New Delhi : PM Narendra Modi के Make In India के प्रयासों को बड़ी सफलता मिली है। भारत अर्मेनिया के साथ 40 मिलियनडॉलर के रक्षा निर्यात सौदे को हासिल करने में कामयाब हो गया है। सौदे के तहत, भारत चार Make In India –लोकोमोटिव राडार कीआपूर्ति आर्मेनिया को करेगा। Russia और Poland के फर्म भी मेगा–डील को हासिल करने की दौड़ में थे। लेकिन भारत ने सबको पछाड़दिया। यह भारत की बड़ी जीत है।
एक समाचार एजेंसी के साथ बातचीत करते हुए, एक अधिकारी ने कहा, “यह सौदा रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वाराविकसित चार स्वाती हथियार लोकेटिंग राडार की आपूर्ति और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) द्वारा यूरोप में आर्मेनिया के लिएकिया जायेगा।“
आर्मेनिया को उपकरणों की आपूर्ति ‘मेक इन इंडिया‘ पहल के तहत शुरू हो चुकी है और इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। रिपोर्टों मेंयह भी कहा गया है कि आर्मेनिया ने रूस और पोलैंड द्वारा प्रस्तावित प्रणालियों के विभिन्न परीक्षणों का संचालन किया था। भले हीरूसी और पोलिश सिस्टम अच्छे थे, लेकिन अर्मेनिया ने भारतीय प्रणाली की विश्वसनीयता के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया।
400 मिलियन डालर के अनुबंध के तहत, भारत को चार स्वाती हथियारों को खोजने वाले राडार की आपूर्ति करने की आवश्यकता है।यह रडार अपनी 50 किलोमीटर की सीमा में दुश्मन के हथियारों जैसे मोर्टार, गोले और रॉकेट के तेज, स्वचालित और सटीक जानकारीदेते हैं। यह एक साथ विभिन्न स्थानों पर विभिन्न हथियारों से दागे गए कई प्रोजेक्टाइल को भी संभाल सकता है।
भारतीय सेना वर्तमान में जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास दुश्मनों पर नज़र रखने के लिए इसी रडार का उपयोग कर रही है।रडार का उपयोग करते हुए, सेना पाकिस्तानी चौकियों द्वारा हमले के स्रोत का पता लगाती है। भारतीय सेना ने 2018 में इस प्रणाली कोप्रभावी कर दिया था।
अधिकारियों के अनुसार, यह सौदा भारतीय स्वदेशी प्रणालियों के लिए एक नया बाजार खोलेगा। इससे अपने रक्षा क्षेत्र के प्रतिद्वंद्वियोंको पछाड़ने में मदद मिलेगी। रक्षा मंत्रालय भी दक्षिण–पूर्व एशिया, लैटिन अमेरिका और मध्य–पूर्वी देशों से रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने केलिए कई अन्य सौदों पर नजर रख रहा है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रक्षा निर्यात के लिए 35,000 करोड़ का लक्ष्य निर्धारितकिया है।।