New Delhi : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने आशंका जताई है कि इस साल दुनिया की अर्थव्यवस्था में 90 साल पुरानी महामंदी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट आ सकती है। आईएमएफ ने यह उम्मीद भी जताई है कि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सिर्फ भारत व चीन ही भयंकर मंदी से बचे रहेंगे।
आईएमएफ ने 2020-21 में भारत की विकास दर 1.9% रहने का अनुमान लगाया गया है। ऐसा हुआ तो यह भारत की 1991 के बाद सबसे कम विकास दर होगी। रिपोर्ट में यह उम्मीद भी जताई गई है कि जून के बाद कोरोना के केस घटे, तो अगले साल अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार होगा और वैश्विक विकास दर 5.8% पर पहुंचेगी। तब भारत की विकास दर 7.4% तक जाएगी।
आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक के ग्रीष्मकालीन सम्मेलन के पहले दिन मंगलवार को जारी वर्ल्ड इकोनोमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, 1.9% की विकास दर के बावजूद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा। वहीं, चीन की विकास दर 1.2% रहने का अनुमान है।