New Delhi : 2014 बैच की हरियाणा कैडर की IAS अधिकारी रानी नागर ने सोमवार को अपना इस्तीफा दे दियाद्ध इस्तीफा देने के बाद रानी नागर सोमवार को ही चंड़ीगढ़ से अपने होम टाउन उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लिए निकल पड़ीं। हालांकि एनएच-44 पर करनाल जिले के घरौंडा टोल टैक्स के पास उनकी गाड़ी खराब हो गई। इसके बाद रानी ने अपने विभाग से मदद मांगी लेकिन विभाग उनकी शिकायत पर गौर नहीं कर पाया। बीच रास्ते में गाड़ी खराब होने के कारण परेशान रानी नागर की कोई मदद नहीं की। काफी देर तक जब रानी को विभाग से मदद का कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करके फेसबुक पर मदद मांगी।
भाई प्रदीप खटाना गुर्जर व भाई सतबीर गुर्जर जी की सहायता से गाडी ठीक हो गई है व हम अभी गाडी संख्या HR03N6305 ग़ाज़ियाबाद की तरफ़ चल दिये हैं।हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।🙏🙏
Posted by Ias Rani Nagar on Monday, May 4, 2020
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फेसबुक पोस्ट एक पुलिसकर्मी ने देखी, जो कि मधुबन पुलिस कॉम्पलेक्स में तैनात था। वह रानी नगर से मिला और फिर उसने उनकी गाड़ी को मैकेनिक के पास गैराज तक पहुंचाना का काम किया। जब गाड़ी ठीक हो गई, तब रानी अपने घर के लिए निकलीं। रानी ने उस पुलिसकर्मी का शुक्रिया किया जिसने उनकी इस मुश्किल समय में मदद की।
रानी ने अपने इस्तीफे में नौकरी करते हुए व्यक्तिगत सुरक्षा का हवाला दिया है। रानी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि कोरोनावायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बाद वह अपना इस्तीफा दे देंगी। यह बात रानी ने अपने एक फेसबुक वीडियो के जरिए कही थी। हालांकि लॉकडाउन बढ़ा दिया गया और रानी ने लॉकडाउन के खत्म होने से पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया।
हमें जिस सरकारी गाड़ी संख्या HR03N6305 से चंडीगढ से ग़ाज़ियाबाद भेजा जा रहा है वह गाड़ी रास्ते में ख़राब हो गई है।मैं और मेरी बहिन घरौंदा टोल पर खड़े हैं।
Posted by Ias Rani Nagar on Monday, May 4, 2020
नागर ने पिछले साल चंडीगढ़ कोर्ट में हरियाणा सरकार के अधिकारी और कुछ चंडीगढ़ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसी के साथ नागर ने साल 2018 में सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए हरियाणा के एडिश्नल चीफ सेक्रेटरी के खिलाफ भी आरोप लगाया था।