New Delhi : मंगलवार को संघ लोक सेवा आयोग ने 2019 की परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिये। परीक्षा में पूरे देश में हरियाणा के प्रदीप सिंह ने टॉप किया है। सबसे कठिन समझी जाने वाली इस परीक्षा में टॉप करना कोई खेल नहीं है और वो भी तब जब टॉपर ऐसे परिवार से हो जिसका कोई सदस्य पहले से ही सिविल सेवा या किसी बड़े सरकारी पद पर ना हो। प्रदीप सिंह साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनका ये चौथा प्रयास था जिसमें उन्होंने पूरे देश में पहला रेंक लाकर अपने परिवार का नाम रौशन कर दिया है।
Congratulations to all those recommended for Civil Services by UPSC.Special mention to Pradeep Singh,topper of the examination, belonging to an ordinary Kisan family of Haryana and Mr Richard Yanthan (rank 133)of Nagaland for bringing laurels to the State after a gap of 13 years. pic.twitter.com/p2vYIMQKUE
— DINESH KUMAR, IAS (@DINESH_ABUSARIA) August 4, 2020
प्रदीप ने पिछले साल भी परीक्षा पास की लेकिन उनका रेंक नीचे होने के कारण उन्हें भारतीय राजस्व विभाग में नौकरी मिली। प्रदीप ने रेंक सुधारने और ऊंची पोस्ट के लिए इस बार फिर से परीक्षा दी लेकिन इस बार वो अपनी नौकरी की ट्रैनिंग पर भी थे। यही नहीं उन्होंने ये परीक्षा बिना कोचिंग के टॉप की। हालांकि शुरुआत में पहले प्रयास में उन्होंने कोचिंग ली थी। पहले दो बार वे प्री भी क्लियर नहीं कर पाये थे, जबकि पिछले वर्ष उनका रैंक 260वां था। वे बताते हैं मुझे उम्मीद थी कि मुझे अच्छी रैंक मिलेगी, लेकिन मुझे ये उम्मीद नहीं थी कि मैं टॉप करूंगा। प्रदीप की पहली पसंद हरियाणा है और वे अपने ही प्रदेश में रहकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं।
प्रदीप बताते हैं कि उन्हें नहीं पता था कि रिजल्ट ऐसी समस्या के बीच इतनी जल्दी आ जाएगा। उनको रिजल्ट के बारे में पता भी नहीं था उनके दोस्त ने फोन कर उन्हें ये खुशखबरी दी। सबसे पहले प्रदीप ने अपने पिता को इस बारे में फोन कर बताया जो बाहर गए हुए थे। प्रदीप अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता को देते हैं। सिंह ने कहा कि उनके पिता ने उनका समर्थन किया और उन्हें परीक्षा के लिए काफी प्रेरित किया। वो कहते हैं कि मैं आज जहां पर भी हूं इसमें मेरे पिता का ही आशीर्वाद है।
इसके बाद मंगलवार को उनके घर मीडिया का जमावड़ा लग गया। उन्होंने कहा – जब मैंने शुरू में तैयारी शुरू कर दी थी, तब मैंने कोचिंग ली थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में, मैं खुद से अध्ययन कर रहा था। सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को मैं यही सलाह देना चाहता हूं कि उन्हें खुद पर भरोसा होना चाहिए।