हिंदू फल की दुकान : जमशेदपुर पुलिस ने दर्ज कर लिया FIR, ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #Hinduphobia_in_Jharkhand

New Delhi : झारखंड के जमशेदपुर में दो फल की दुकानों पर विश्व हिंदू परिषद अनुमोदित – हिंदू फल की दुकान लिखने को लेकर पूरे प्रदेश में हंगामा मचा है। सोशल मीडिया पर भी अभियान चल रहा है। लोग सरकार और पुलिस को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रघुवर दास ने झारखंड के हेमंत सरकार को चेतावनी दी है कि कोई मुगालता न पाले सरकार। अगर फलवालों पर दर्ज मामला वापस नहीं लिया गया और सरकार के रुख में बदलाव नहीं दिखा तो भाजपा आंदोलन का रुख अख्तियार कर लेगी।

दरअसल ट्विटर के एक यूजर ने इन फलों की दुकानों की तस्वीरों को ट्विटर पर झारखंड पुलिस को टैग किया। झारखंड पुलिस के हैंडल से जमशेदपुर पुलिस को इस संबंध में उचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया। कुछ ही देर में जमशेदपुर पुलिस की ओर से जवाबी ट्वीट में कहा गया कि मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित फल दुकानों से पोस्टर हटवा दिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
थाना प्रभारी रंजीत कुमार कदमा बाजार में फल दुकान में पोस्टरों को हटवाने पहुंचे तो फल दुकानदार उनसे ही उलझ गये। हंगामा की सूचना मिलने पर विश्व हिंदू परिषद कदमा मंडल के अध्यक्ष दीपल विश्वास अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने भी पुलिस द्वारा पोस्टर हटाने का विरोध किया। इस दौरान थाना प्रभारी और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक भी हुई। बाद में थाना प्रभारी वहां से चले गये और पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि संबंधित दुकानदारों के विरुद्ध कदमा थाना द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है।
इसके बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। कई लोगों को जमशेदपुर पुलिस की कार्रवाई नागवार गुजरी और वे ट्वीट के जरिए उन दुकानों पर भी कार्रवाई की मांग करते दिखे जिनके बोर्ड पर अन्य धर्मों के नाम अथवा प्रतीक थे। रात में #Hinduphobia_in_Jharkhand ट्विटर पर इंडिया ट्रेंड में दूसरे नंबर पर ट्रेंड करने लगा। कई यूजर्स ने इस बात पर सवाल उठाए कि हिंदू फल की दुकान लिखने में गलत क्या है और पुलिस ने किस कानून के तहत कार्रवाई की है। इन लोगों का सवाल था कि कि क्या यही कदम ‘हलाल’ अथवा ‘मुस्लिम होटल’ लिखे हुए होटल, रेस्तरां और दुकानों के खिलाफ उठाया जाएगा।

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि फल विक्रेताओं के साथ किया गया पुलिस का व्यवहार निंदनीय है। उन्होंने कहा कि आजीविका चला रहे छोटे-छोटे व्यापारियों को तुष्टीकरण की राजनीति के चलते तंग करना बंद करे राज्य सरकार। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापारियों पर किया गया केस तत्काल वापस नहीं लिया गया तो इस अन्याय के खिलाफ भाजपा आंदोलन करेगी। जमशेदपुर पुलिस की कार्रवाई पर मुंबई बीजेपी के प्रवक्ता सुरेश नाखुआ ने ट्वीट कर पूछा कि पुलिस ने किस कानून के तहत इन पोस्टरों को हटवाया है। हालांकि उनके इस ट्वीट पर जमशेदपुर पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया है।

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