New Delhi : पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी की घटना के बाद नई दिल्ली ने जो कदम उठाया है उसके बाद अभी से ही चीनी कंपनियों के पसीने छूटने लगे हैं। चीन सरकार के मुखपत्र मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत-चीन के बीच ताजा विवाद का असर भारत स्थित चीन की कंपनियों पर पड़ने लगा है। चीन की स्मार्ट फोन कंपनी ओप्पो को बुधवार 17 जून को अपना 5जी हैंडसेट की लॉन्चिंग को रद्द करना पड़ा। ऐसा लगता है कि चीनी सामानों के खिलाफ भारतीयों का गुस्सा बढ़ेगा।
इधर ग्लोबल टाइम्स ने कार्टून ऑफ द डे में लिखा है- अंकल सैम, अपने फायदे के लिये भारत को उकसाये जा रहे हैं और भारत को तैयार कर रहे हैं फिर से लड़ाई के लिये। इस कार्टून में चीनी पांडा और इंडियन हाथी बॉक्सिंग ग्लव्स में एक दूसरे से भिड़ गये हैं।
#GTCartoon: With an undisguised glee, Uncle Sam is nudging #India into further spats with China. #IndiaChinaBorder pic.twitter.com/RrSvEZKD0G
— Global Times (@globaltimesnews) June 18, 2020
बहरहाल ग्लोबल टाइम्स ने अपने एडिटोरियल में लिखा है – कुछ हद तक दोनों देशों की सरकारों ने स्थिति को शांत करने का प्रयास किया है और आर्थिक और व्यापारिक सहयोग बरकरार रखना चाहते हैं। लेकिन, भारत में चीन के खिलाफ बढ़ते सेंटिमेंट को लेकर चीनी व्यवसाय को लेकर संभावित खतरा जताया जा रहा है।
On June 15, physical clashes between the Chinese and Indian troops occurred in the #GalwanValley. Looking back at its history and geography, the valley is critical for strategic and security reasons. #India pic.twitter.com/atGH1pDzkW
— Global Times (@globaltimesnews) June 18, 2020
इसने आगे लिखा है कि चीनी कंपनियों को अपनी पूंजी और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह आवश्यक है कि वे स्थिति बिगड़ने के चलते संयम बरते। साथ ही, दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीमा विवाद सुलझने तक निवेश और उत्पादन की योजना पर फिलहाल रोक लगाये।
India should be cautious about Western countries that encourage confrontation, or a fight between China and India, as their purpose is to profit from strained China-India relations and maintain their hegemony: experts https://t.co/TiCyQKK5N2 pic.twitter.com/zMCWNlx0p6
— Global Times (@globaltimesnews) June 18, 2020
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है – जहां तक वर्तमान स्थिति की बात है तो इस बात से कोई इनकार नहीं कर रहा है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद का असर द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापारिक संबंधों पर नहीं पड़ेगा क्योंकि कुछ समय तक चीन विरोधी भावना भारत में अभी बनी रहेगी।
GT Voice: Rising Indian nationalism will harm business ties https://t.co/Qomt6beVzC pic.twitter.com/ldzVzwi7hn
— Global Times (@globaltimesnews) June 18, 2020
लेकिन, इसका यह मतलब नहीं है कि चीनी कंपनियों को शांत होकर बैठ जाना चाहिए और स्थिति शांत होने तक इंतजार करना चाहिए। अगर संभव हो तो उन्हें वहां से कहीं और निवेश और संभावित वैकल्पिक बाजार की तलाश करना चाहिए। ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है, हम ये उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार वहां पर चीन के सभी लोगों, और चीन के व्यावसाय और उनकी संपत्तियों को आवश्यक सुरक्षा मुहैया कराएगी।