New Delhi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने अलग अलग प्रदेशों में लॉकडाउन की वजह से फंसे मजदूरों और स्टूडेंट्स अपील की है कि वे अपने आपको फंसा हुआ महसूस न करें। परेशान न हों। हड़बड़ायें नहीं। उन्होंने सबसे पैदल या साइकिल जैसे माध्यमों से आने की अपील की है। सभी को धीरे धीरे प्रदेश में बुला लिया जायेगा। सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। चाहे किसी भी कोने में हों, उन्हें वापस लाया जायेगा। उन्होंने मजदूरों और स्टूडेंट्स से से लौटने के लिये आवेदन करने की अपील की है। सरकार ने अलग-अलग राज्य के लोगों के लिये अलग अलग नंबर भी जारी किये हैं। इन नंबरों पर संपर्क करके आसानी से कनेक्टिविटी हासिल हो जायेगी और लोग आसानी से लौट सकेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज टीम-11 के साथ बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के उपाय के साथ ही लोगों के उपचार तथा निदान की प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों एवं श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने में सरकार के अभियान की प्रगति की पूरी जानकारी हासिल की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य राज्यों में निवास कर रहे उत्तर प्रदेश के के प्रवासी कामगारों/श्रमिकों से अपने घर वापस लौटने के लिए पैदल यात्रा न करने की अपील की है। प्रदेश सरकार ने सम्बन्धित राज्य सरकारों से प्रवासी श्रमिकों के नाम, पते, टेलीफोन नम्बर तथा स्वास्थ्य परीक्षण की स्थिति सहित सम्पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है, ताकि उनकी सुरक्षित वापसी की कार्य योजना को आगे बढ़ाया जा सके।
दूसरे राज्यों से यूपी आने के लिए इन नंबरों पर संपर्क करें – 1. महाराष्ट्र से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करे- 700 7304 242 और 9454 400 177। 2. तेलंगाना व आंध्र प्रदेश से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 98 866 400 721 or 9454 40 2544 or 9454400135। 3. गोवा वह कर्नाटक से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9415 90 4444 or 9454 400 135। 4. पंजाब व चंडीगढ़ से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9455 3511 11और 9454 400 190। 5. पश्चिम बंगाल व अंडमान एवं निकोबार से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9639 981 600 aur 9454 400 537। 6. राजस्थान से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 945 44 10235 और 94544 05388। 7. हरियाणा से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 94544 18828 or 9454418828। 8. बिहार /झारखंड से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9621650067 और 9454400122। 9. गुजरात /दमन /दीव /दादरा एवं नगर हवेली से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 8881954573 और 9454400191। 10. उत्तराखंड /हिमाचल प्रदेश से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 8005194092 और 9454400155। 11. मध्य प्रदेश /छत्तीसगढ़ से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9454410331 और 9454400157। 12. दिल्ली /जम्मू एवं कश्मीर /लद्दाख से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 8920827174 और 7839854579 or 9454400114 or 7839855711 or 7839854569। 13. उड़ीसा से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9454400133 । 14. तमिलनाडु /पांडिचेरी से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9415114075 और 9454400162। 15. अरुणाचल प्रदेश /असम /नागालैंड/ मेघालय /मणिपुर /त्रिपुरा /मिजोरम से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 9454441070 और 9454400148। 16. केरल /लक्ष्यदीप से यूपी आने के लिए इस नंबर पर संपर्क करें 6386725278 or 9936619394 or 9412194347 और 9454400162।
सीएम ने कहा कि अब तक दिल्ली से लगभग 04 लाख प्रवासी श्रमिक एवं कामगार, हरियाणा से 12 हजार श्रमिक, कोटा राजस्थान से 11 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं की प्रदेश में सुरक्षित वापसी हो चुकी है। इसी प्रकार प्रयागराज में अध्ययनरत 15 हजार से अधिक प्रतियोगी छात्रों को प्रदेश के विभिन्न जनपदों में सुरक्षित उनके घर भेजा गया है। उन्होंने निर्देश दिये, इसी प्रकार अन्य राज्यों से प्रदेश के प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को वापस लाने के लिए प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश वापसी से पूर्व, प्रवासी श्रमिकों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि प्रदेश के बॉर्डर को पूरी तरह सील किया जाए। सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि नेपाल राष्ट्र सहित अन्य राज्यों से बगैर अनुमति कोई प्रदेश में आने न पाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम क्वारंटीन लोगों की की निगरानी के लिए निगरानी समितियां गठित की जाएं। इन समितियों में युवक मंगल दल, नेहरू युवा केंद्र, एनएसएस, एनसीसी आदि का सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कम्युनिटी किचन को भोजन तैयार करने में भी महिला स्वयंसेवी समूहों को जोड़ा जाए। क्वारंटीन सेन्टर/शेल्टर होम से प्रवासी श्रमिकों को स्वास्थ्य परीक्षण के उपरान्त घर भेजा जाए। घर भेजते समय सभी श्रमिकों को राशन की किट उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि 10 लाख लोगों के लिए तत्काल क्वारंटीन सेन्टर/शेल्टर होमतथा कम्युनिटी किचन तैयार किये जाएं, जहां आने वाले प्रवासी मजदूरों को तात्कालिक रूप से रखा जा सके। क्वारंटीन सेन्टर/शेल्टर होम स्थापना के लिए बड़े कॉलेजों का उपयोग किया जाए। इनमें कम्युनिटी किचन, शौचालय व सुरक्षा सहित सभी जरूरी सुविधाएं अवश्य उपलब्ध रहनी चाहिए।