New Delhi : देश भर में फैले Corona virus से होनेवाले संक्रमण और आइसोलेशन वार्ड की जरूरतों को ध्यान में रखते हुये भारतीय रेलवे ने स्टेशन पर खड़ी खाली ट्रेनों को लेकर बड़ी घोषणा की है. उत्तर रेलवे ने अपने ट्रेन की बोगियों को Isolation Ward में तब्दील किया करने का ऐलान किया है.
रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उत्तर रेलवे ट्रेन के 28 नॉन एसी कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदला जा चुका है. जगाधरी वर्कशॉप में पांच और AMV में 5 कोच आइसोलेशन वार्ड में बदला गया है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि 28 और कोचों को 10 दिनों के भीतर मतलब 6 अप्रैल तक उत्तर रेलवे इसमें सफलता भी हासिल कर लेगा.
मतलब आज से 28 अन्य ट्रेन के डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड के तौर पर इस्तेमाल शुरु हो जाएगा. उत्तर रेल महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बात की सूचना शेयर की है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान महाप्रधंक ने लॉकडाउन में जरूरी सेवाओं के समीक्षा की भी बात कही.
मरीजों के लिए केबिन बनाने के लिए एक तरफ की मीडिल बर्थ को हटा दिया गया है और मरीज के बर्थ के सामने वाली तीनों बर्थ को हटा दिया गया है. सीट पर चढ़ने के लिए लगाई गई सीढ़ियों को भी हटा दिया गया है. आइसोलेश कोच तैयार करने के लिए बाथरूम और अन्य हिस्सों में भी बदलाव किया गया है.
ट्रेन की एक बोगी में चार टॉयलेट होते हैं, इस लिहाज से एक बोगी में 2 से 4 आइसोलेशन वार्ड बनाए जा सकते हैं. ऐसे में मरीजों की भीड़भाड़ को एक दूसरे के संपर्क में आने से टाला जा सकता है.
पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कोरोना को विश्व युद्ध से भी खतरनाक बताया था. रेलवे ने इसी आधार पर तैयारी शुरू कर दी. रेलवे ने सैनिटाइजर और मास्क बनाने की शुरुआत कर दी है. यही नहीं जरूरत पड़ने पर रेलवे कोच फैक्ट्रियों में मेडिकल उपकरण भी बनाया जा सकता है.