New Delhi : दिल्ली में Corona के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन नेताओं को अब भी पॉलटिक्स से फुर्सत नहीं है। हाल यह है कि दिल्ली के क्रिकेटर सांसद गौतम गंभीर और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ऐसी स्थिति में भी ट्विटर पर आरोप प्रत्यारोप में बिजी हैं।
बहरहाल क्रिकेटर सांसद गौतम गंभीर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि मौजूदा संकट की परिस्थिति में भी वे उनकी सांसद निधि का 1 करोड़ लेने के लिये तैयार नहीं हैं। इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा सांसद गौतम गंभीर की पेशकश का स्वागत करते हुए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) दिलाने का अनुरोध किया। केजरीवाल ने कहा कि पैसा उनकी सरकार के लिए समस्या नहीं है। फिलहाल दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 503 हो गई है।
इससे पहले, गौतम गंभीर ने अपने ट्वीट में कहा – सीएम अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि फंड की जरूरत है। मैंने पहले अपनी सांसद निधि से 50 लाख रुपये दिए थे, लेकिन इसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया। मासूम लोगों को दिक्कत न हो इसलिए 50 लाख रुपये और दे रहा हूं। कम से कम एक करोड़ रुपये से मास्क और पीपीई किट की जरूरतें पूरी होंगीगंभीर के इस ट्वीट पर अब मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जवाब दिया है। उन्होंने लिखा – आपके प्रस्ताव के लिए धन्यवाद। समस्या पैसे की नहीं बल्कि PPE किट की उपलब्धता की है। अगर आप कहीं से वो हमें फौरन दिला सकें तो हम आपके आभारी रहेंगे। दिल्ली सरकार उन्हें खरीद लेगी।
3 अप्रैल को दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से एक लाख PPE किट, 50 हजार कोविड-19 टेस्टिंग किट और 200 वेंटिलेटर की मांग की थी। साथ ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए भी आपदा फंड की मांग की थी। मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा था कि केंद्र ने राज्यों को कोरोना से लड़ने के लिए, आपदा फंड से 17 हज़ार करोड़ जारी किए लेकिन दिल्ली को इसमें एक रुपया भी नहीं दिया। इस समय पूरे देश को एक होकर लड़ना चाहिए. इस तरह का भेदभाव दुर्भाग्यपूर्ण है।
इधर केंद्रीय कैबिनेट एक अध्यादेश को मंज़ूरी दी है। कैबिनेट ने एक साल के लिए सांसदों की सैलरी में 30 फीसदी कटौती होगी। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने भी स्वेच्छा से अपने वेतन में 30 फ़ीसदी कटौती करने की अनुशंसा की है। इसके अलावा दो साल के लिए नहीं मिलेगा सांसदों को सांसद निधि का पैसा। दो सालों में हर सांसद को 10 करोड़ रुपया मिलता है। कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह जानकारी दी।
इधर भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर आज पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि आज एक समय का भोजन का त्याग कर दें। पार्टी की ओर से कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच कार्यकर्ताओं को कई दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि कार्यकर्ता पार्टी कार्यालयों और घरों में बीजेपी का नया झंडा लगायें, इस दौरान दूरी बनाए रखें। उन्होंने अपील की – घर पर श्याम प्रसाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण करें। सभी कार्यकर्ता एक समय के भोजन का त्याग कर कोरोना वायरस के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करें, जरूरतमंदों तक भोजन का पैकेट पहुंचायें। ऐसी व्यवस्था बनायें कि बूथ के हर व्यक्ति के घर पर हाथ से बने दो मास्क जरूर पहुंच जायें। फेसकवर बनाने और वितरण के वीडियो सोशल मीडिया पर डालें, सभी कार्यकर्ता 40 लोगों से PM Care फंड में 100 रुपये का अनुदान करायें। कम से कम 5 लोगों से धन्यवाद पत्र उनके नाम लें जो इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, जैसे पुलिस, डॉक्टर, सफाई कर्मी, नर्स, सरकारी कर्मचारी। पार्टी और वरिष्ठ नेताओं के बारे में अपने घर में मौजूद साहित्य पढ़ें।
इधर PM Narendra Modi ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कल रात 9 बजे हमने 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक शक्ति का अनुभव हुआ है। हर कोई इसमें साथ था। गांव देहात से लेकर बड़े शहरों तक असंख्य दीयों ने कोरोना संकट के उस अंधेरे को दूर करने की कोशिश की है और इस प्रयास ने देशवासियों को लंबी लड़ाई से जीतने का संबल दिया है। आज ही एक ही संकल्प है कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विजय। PM Modi ने कहा – हमें तो यही सिखाया गया है कि घर से बड़ा देश है। कोरोना के खिलाफ जो कदम उठाये गये हैं उनकी तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। भारत ने सार्स देशों और जी-20 बैठक में इस विषय पर सक्रियता से हिस्सा लिया है। यह युद्ध जैसे हालात हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से 5 आग्रह भी किए हैं। उन्होंने कहा – मैं आज विशेष परिस्थितियों में थोड़ा आग्रह करता हूं। गरीबों का राशन के लिए अविरत सेवा अभियान। जबसे यह संकट शुरू हुआ बीजेपी के कार्यकर्ता गरीबों को राशन पहुंचाने में जुटे है। इसको और व्यापक अभियान बनाना है। बीजेपी कार्यकर्ता संकल्प करें कोई भी गरीब भूखा न रहे।
इस मुश्किल समय में समाज की सेवा कर रहे लोगों का आभार, धन्यवाद करना भी कर्त्तव्य है। यह सबकी जिम्मेदारी है। डॉक्टर, नर्स, पुलिस, सरकारी कर्मचारी और आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को धन्यवाद देने के लिए अलग-अलग पत्र तैयार हों उसमें 40 लोगों को हस्ताक्षर हों। हमने देखा है कि जब देश युद्ध के मोर्चे पर होता है तो लोग आर्थिक मदद करते हैं। यह समय भी युद्ध से कम नहीं है। इस समय भी लाखों लोग पीएम कैश फंड में दान कर रहे रहे हैं। इसलिए मेरा आग्रह है कि प्रत्येक बीजेपी कार्यकर्ता में इसमें सहयोग करे और 40 लोगों को इसके लिए प्रेरित करें।