New Delhi : जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती चौदह महीने बाद मंगलवार 13 अक्टूबर को रिहा कर दी गईं। पिछले वर्ष अगस्त महीने में धारा 370 प्रभावी होने के बाद प्रशासन ने उन्हें हिरासत में लेते हुये नजरबंद कर लिया था। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुला और उमर अब्दुला पहले ही रिहा किये जा चुके हैं। महबूबा मुफ्ती के रिहा किये जाने की सूचना देर शाम प्रशासन ने आम की। उन्हें इस नजरबंदी के दौरान चार अलग-अलग जगहों पर नजरबंद किया गया। नजरबंदी के दौरान भी उनकी ओर से कश्मीर को लेकर तमाम बयान बेटी के जरिये सार्वजनिक होते रहे।
Ms. Mehbooba Mufti being released @dipr
— Rohit Kansal (@kansalrohit69) October 13, 2020
As Ms Mufti’s illegal detention finally comes to an end, Id like to thank everybody who supported me in these tough times. I owe a debt of gratitude to you all. This is Iltija signing off. فی امان اﷲ May allah protect you
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
Dr. Farooq Abdullah & Omar Abdullah in the office on the first day.
Mr @OmarAbdullah, will now operate his office from 40 Gupkar road. pic.twitter.com/WoGlEy0ZOA
— Tanvir Sadiq (@tanvirsadiq) October 13, 2020
#NDTVExclusive | “There is a sense of huge relief”: Iltija, Mehmooba Mufti’s daughter pic.twitter.com/PpNwS188ji
— NDTV (@ndtv) October 13, 2020
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती 436 दिनों तक पुलिस हिरासत में नजरबंद रहीं। केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 प्रभावी करने के बाद पब्लिक सेफ्टी कानून के तहत उन्हें पिछले साल 4 अगस्त को हिरासत में नजरबंद किया था। इस कानून में दो साल तक किसी को भी हिरासत में रखने का प्रावधान है। इन्हीं प्रावधानों के अंतर्गत पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुला और उनके बेटे पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला को हिरासत में नजरबंद किया गया था।
फारूख को 15 मार्च को रिहा किया गया था वहीं उमर को इसके 10 दिन बाद 25 मार्च को रिहा किया गया था। रिहाई के बाद उमर ने सभी नेताओं की नजरबंदी खत्म करने की मांग की थी।