पैट्रोल पंप पर काम करते हैं पिता, बेटे की कोचिंग के लिये बेचा घर, आज बेटा बना IAS, देश में 26वां रैंक

New Delhi : देश को कलेक्टर, एसडीएम और प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारी देने वाली UPSC की 2019 परीक्षा का रिजल्ट आज घोषित किया जा चुका है। इसमें कई हीरे चमके हैं। उनमें से एक नाम प्रदीप सिंह का है जिन्होंने सबसे कठिन समझी जाने वाली इस परीक्षा में पूरे देश में 26वां स्थान प्राप्त किया है। आम तौर पर हर साल टॉप करने वाले मजबूत आर्थिक स्थिति वाले परिवार से होते हैं लेकिन प्रदीप को वो वातावरण न मिलते हुए भी आज अपनी प्रतिभा का परचम पूरे देश में लहरा दिया है। उनकी इस सफलता के लिए प्रदीप ही नहीं उनके परिवार ने भी कई त्याग किए हैं।

जब पहली बार प्रदीप ने अपने पिता से बताया कि उन्हें यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर कलेक्टर या बड़ा अफसर अधिकारी बनना है तो उनके पिता मनोज कुमार ने बिना कुछ सोचे अपना घर बेच कर प्रदीप की पढ़ाई के लिए पैसा जुटाया। पिता को अपने बेटे की मेहनत और लगन पर विश्वास था। प्रदीप दिल्ली में कोचिंग के लिए आए और आज पूरे देश में टॉप 26 में आकर अपने पिता का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। प्रदीप के पिता इंदौर में ही एक पैट्रोल पंप पर काम करते थे। प्रदीप मूल रूप से बिहार के गोपाल गंज के रहने वाले हैं और इंदौर में रहते हैं।
पिछले साल प्रदीप ने पहली बार में ही यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन उन्हें वो रेंक नहीं मिली जिस पर उन्हें उनके सपने की नौकरी मिल सके इसलिए उन्होंने दोबारा परीक्षा दी। प्रदीप ने यूपीएससी परीक्षा 2018 में सफलता हासिल की थी। उस समय अपने पहले ही प्रयास में प्रदीप 93वां स्थान हासिल कर महज 22 की उम्र में आईएएस बने। फिलहाल भारजीय राजस्व सेवा (IRS) में बतौर असिस्टेंट कमिश्नर कार्यरत हैं। यूपीएससी 2019 की परीक्षा में प्रदीप ने फिर भाग्य आजमाया और ​इस बार 26वीं रैंक मिली है।

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