New Delhi : पुणे से हिन्दू-मुस्लिम एकता की एक बड़ी इमोशनल स्टोरी सामने आई है। यहां ईद की नमाज के बाद कुछ मुस्लिम युवकों ने एक हिन्दू बुजुर्ग का अंतिम संस्कार श्मशान घाट में किया। पुणे के केसनंद इलाके में रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग शेकू क्षीरसागर की मौत बिमारी के चलते हो गई थी। क्षीरसागर अपनी पत्नी के साथ यहां अकेले रहते थे। उनके परिवार के अन्य सदस्य नागपुर के पास रहते हैं। लॉकडाउन के कारण वे समय से पुणे आने में असमर्थ थे।
ऐसी स्थिति में रहीम शेख नाम के शख्स ने जान मुहम्मद पठान, अप्पा शेख, आसिफ शेख, सद्दाम शेख, अल्ताप शेख और साहबराव जगताप के साथ आज ईद की नमाज के बाद हॉस्पिटल जाकर बुजुर्ग का शव लिया और उसका पूरे हिन्दू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार भी किया। चारों मुस्लिम युवकों ने कांधे पर शव को उठाया और ‘राम नाम सत्य है’ कहते हुये श्मशान ले गये। यही नहीं श्मशान भूमि में चिता की लकड़ी भी इन्होंने ही सजाई।
बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करने वाले रहीम शेख ने बताया- इनके परिवार के सदस्य रोजी-रोटी के लिए शहर से बहार रहते हैं। यहां सिर्फ वे और उनकी पत्नी रहते थे। लॉकडाउन की वजह से वे यहां आ नहीं सकते थे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए अन्य लोग उनके पास नहीं आ रहे थे। हम सभी इनके बेटे की उम्र के हैं, इसलिए हमने यह फर्ज निभाते हुए इनका अंतिम संस्कार किया। आज ईद है और अल्लाह की ओर से यह संदेश दिया गया है कि बुरे वक्त में किसी की मदद करना सबसे बड़ी इबादत है।