New Delhi : गुजरात के वडोदरा के रहने वाले एक डॉक्टर सिद्धार्थ और उनकी पत्नी जानकी कोरोना के मरीजों का इलाज करते हुए ही संक्रमित हो गये लेकिन दोनों ने हिम्मत नहीं हारी। दोनों ने अपना इलाज कराया। उसके बाद दोनों फिर से कोरोना के मरीजों के इलाज में जुट गये हैं। वे दोनों अमेरिका के न्यूयार्क सिटी में रहते हैं और वहीं अपनी सेवा दे रहे हैं। सिद्धार्थ वडोदरा शहर के ईएनटी सर्जन डॉक्टर आर.बी. भेंसाणियां के बेटे हैं। भेंसाणियां के बेटे-बहू अमेरिकन हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। वे दोनों न्यूयॉर्क में रेसीडेंट फिजिएशन इन मेडिसिन ब्रांच में कार्यरत हैं।
उन दोनों ने हाल ही जब कोरोना को मात देकर फिर से कोरोना के मरीजों का इलाज शुरू किया तो उनकी सराहना होने लगी। इस दंपति ने अमेरिका से ही अपने देश भारत के प्रयासों की तारीफ की है। डॉ. आर.बी. भेंसाणिया ने उन दोनों के बारे में बताते हुए कहा – मेरे बेटे-बहू अमरीका में कोरोना के प्रथम चरण के समय से न्यूयार्क के ब्रुकलीन अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें कोरोना ने चपेट में ले लिया। रिपोर्ट पॉजीटिव आने के कारण दोनों होम क्वारंटाइन में चले गए। दवाओं और दुआओं के कारण अन्य लोगों की तुलना में दोनों जल्द रिकवर करने लगे और कुछ ही समय बाद स्वस्थ होकर फिर से दोनों कोरोना के मरीजों का इलाज करने लगे। अब उनकी टीम दिन-रात इसी काम में लगी है। इनकी टीम अब हर रोज 4 से 5 मरीजों को ठीक कर रही है। साथ ही खुद को फिर से संक्रमण न हो, इसका पूरा ध्यान भी रख रही है।
डॉ. भेंसाणिया कहते हैँ – अमेरिका में कोरोना वायरस का संक्रमण सामने आते ही बेटे ने अपनी दोनों बेटियों को भारत मेरे पास भेज दिया था। इस कारण जब वह दोनों कोरोना की चपेट में आए थे, तब बेटियां मेरे पास सुरक्षित थीं।