New Delhi : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Udhav Thakrey ने केंद्र सरकार से स्पेशल ट्रेन चलाने की डिमांड की है। उन्होंने केंद्र सरकार से कहा है कि प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिये स्पेशल ट्रेन चलाया जाये। महाराष्ट्र के बहुतायत इलाकों में प्रवासी मजदूर फंसे हुये हैं। वे हर हाल में अपने घर लौटना चाह रहे हैं। इ्नको स्पेशल ट्रेन से अगर घर पहुंचा दिया जाये तो बहुत बड़ी समस्या का निराकरण हो जायेगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को देर रात इस संबंध में एक ट्वीट किया। इसमें कहा गया कि अगर केंद्र सरकार को लगता है कि मई के मध्य में कोरोना अपने ऊंचाई पर होगा तो फिर सरकार को प्रवासी मजदूरों को स्पेशल ट्रेन से भेजने पर फैसला लेना चाहिये। इसके लिये गाइडलाइन्स जारी करना चाहिये।
If the Central Government is anticipating a rise in the transmission of the virus between April 30 and May 15, then it must consider if it can utilise the time at hand to arrange for special trains to send them back home and issue guidelines about this by April-end.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 21, 2020
इस ट्वीट में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए विशेष ट्रेन चलाने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने पीएम मोदी और रेल मंत्रालय से मांग की है कि अप्रैल के अंत तक स्पेशल ट्रेन को लेकर कोई गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। दूसरे ट्वीट में उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे राहत शिविरों में 6 लाख मजदूरों को खाना और दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
बता दें कोरोना की चेन तोड़ने के लिए पूरे देश में तीन मई तक लॉकडाउन किया गया है। इस लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में मजदूर महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में फंस गए हैं। वहीं फैक्ट्रियां, निजी संस्थान और निर्माण कार्य बंद होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में एक बार फिर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार से प्रवासी मजूदरों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की है। हाल ही में लॉकडाउन को बढ़ाए जाने के बाद बड़ी संख्या में कामगार मजदूर बांद्रा स्टेशन पहुंच गए थे और ये सभी अपने घर वापस जाना चाहते थे। यहां जमा हुए मजदूरों का कहना था कि उनके पास खाने के लिए पैसा नहीं है, रोजगार नहीं है, लिहाजा उन्हें घर वापस भेजने का इंतजाम किया जाए। पुलिस की ओर से यह घोषणा भी की गई कि कोई ट्रेन नहीं चलने वाली है, बावजूद इसके जब लोग नहीं हटे तो पुलिस ने वहां लाठीचार्ज किया था।