रामायण टीवी सीरियल का मनमोहक दृश्य। श्रीराम और मां सीता सिंहासन पर विराजमान।

दूरदर्शन के दर्शकों में 40000 फीसदी की उछाल, रामायण को हर दिन 10 से 13 करोड़ दर्शक

New Delhi : लॉकडाउन और पुराने टीवी धारावाहिकों ने दूरदर्शन के भाग्य खोल दिये हैं। कल तक जो चैनल टीआरपी और रैंकिंग में कहीं नहीं टिकता था वही दूरदर्शन आज के समय में सबसे अधिक देखा जानेवाला चैनल बन गया है। दूरदर्शन के दर्शकों की संख्या में 40000% की वृद्धि हुई है। चैनल के लगभग सभी पुराने धारावाहिक का लोग खूब पसंद कर रहे हैं लेकिन रामायण और महाभारत का कोई तोड़ नहीं। रामायण का हर एपिसोड लगभग 10 करोड़ से 13 करोड़ लोग देख रहे हैं। इससे एक बात तो साफ हो गई है कि अगर अच्छे प्रोग्राम बनाये जाये, साफ सुथरे तो दूरदर्शन ही नहीं कोई भी चैनल टीआरपी में आ सकते हैं। दर्शक आजकल की गंदे और भद्दे टीवी सीरियल्स से बोर हो गये हैं।

रामायण सीरियल के एक दृश्य में हनुमान बने दारा सिंह

लॉकडाउन से पहले जहां दूरदर्शन को कुछ हजार लोग भी ठीक से नहीं देख रहे थे वहीं अभी करोड़ों लोग दूरदर्शन देख रहे हैं।घरों में बंद लोगों के लिए रामायण-महाभारत और 90 के दशक के क्लासिक कार्यक्रमों की दूरदर्शन पर वापसी समय काटने का अच्छा जरिया बन गए हैं। इसका फायदा जहां दर्शकों को हो रहा है तो दूरदर्शन को भी इससे बहुत फायादा है। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के मुताबिक दूरदर्शन अब भारत में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला चैनल बन गया है। BARC ने कहा कि इन कार्यक्रमों की वजह से शाम और सुबह के बैंड में दूरदर्शन के दर्शकों की संख्या में लगभग 40,000 फीसदी का उछाल आया है।
हिंदू पौराणिक कथाओं की सीरीज रामायण से शुरू करके, डीडी ने महाभारत, शक्तिमान और बुनियाद जैसे अन्य क्लासिक्स सीरियल के जरिए लोगों का मनोरंजन कर रहा है। इनमें से ज्यादातर कार्यक्रम तब टेलिकास्ट हुए जब देश में टीवी प्रसारण पर डीडी का ही एकाधिकार था। BARC ने डीडी के उभरने के लिए रामायण और महाभारत के प्रसारण को शीर्ष पर रखा, जबकि अन्य कार्यक्रमों ने भी चुनिंदा समय स्लॉट में चैनल की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद की। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) की नई रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक दूरदर्शन ने सभी शैलियों में सबसे अधिक टीआरपी प्राप्त की है। दूरदर्शन ने सोनी मैक्स, सोनी सब, जी सिनेमा और निक जैसे चैनलों को भी मात दे दी है। कोरोना के कहर के चलते दुनिया का एक तिहाई हिस्सा लॉकडाउन है। इस कड़ी में भारत भी पूरी तरह लॉकडाउन है।

दूरदर्शन पर चाणक्य और सर्कस भी खूब देखे जा रहे

BARC की एक और रिपोर्ट के मुताबिक पांच अप्रैल को रात 8:53 से 9:30 बजे के बीच देश में सबसे कम टीवी देखा गया। इन 37 मिनट में दर्शकों की संख्या 60% कम हो गई थी। बता दें कि रिपोर्ट में बताया गया है कि 2015 के बाद यह पहली बार था जब टीवी दर्शकों की संख्या में इतनी ज्यादा गिरावट दर्ज हुई। वहीं खास बात ये भी रही कि 3 अप्रैल को मोदी ने कोरोना पर एक वीडियो संदेश जारी किया था। इसे एक मिनट के अंदर 1 अरब लोगों ने देखा था।

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