New Delhi : फिस्टवल सीजन को देखते हुये भारतीय रेलवे ने 196 जोड़े यानी 392 स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। इन स्पेशल ट्रेनों का संचलान 20 अक्टूबर से 30 नवंबर तक के सीमित अवधि के लिये चलाई जायेंगी। इस दौरान दशहरा, दीपावली, छठ और अन्य त्यौहारों में अपने-अपने घरों को जाने के लिये परेशान लोगों को बेहद राहत मिली है। अब आसानी से लोगों को अपने अपने गंतव्य तक आनेजाने की रेलवे टिकटें मिल सकती हैं। अभी तक लोगों के सामने यह बड़ी समस्या आ रही थी कि ट्रेनों में फुल बुकिंग थी और लोगों को आनेजाने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। सबसे बड़ी समस्या छठ के लिये घर जानेवाले लोगों के सामने थी।
To clear the festive rush, Ministry of Railways has approved 196 pairs (392 trains) of “Festival Special” services over Indian Railways to be operated from 20th October 2020 and 30th November 2020.
Zonal Railways will notify their schedule in advance.https://t.co/KaPpD36NtF pic.twitter.com/XlsvHgdGk0— Ministry of Railways (@RailMinIndia) October 13, 2020
No more festive rush! #IndianRailways approves 392 Festival Special #Trains – FULL LIST, Fare, Schedule, and other details https://t.co/bX7haizjZp
— Zee Business (@ZeeBusiness) October 14, 2020
Planning a trip during festive season? #IndianRailways to operate 392 festival #specialtrains from this datehttps://t.co/FHunPjxfZ0
— FinancialXpress (@FinancialXpress) October 14, 2020
भारतीय रेलवे लॉकडाउन के बाद 12 मई से अभी तक लगभग 550 स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे ज्यादा ट्रेनें नहीं चला रही हैं। लेकिन इस फेस्टिव सीजन में रेलवे ने आम लोगों की समस्या को पहले ही भांप लिया है। रेलवे ने 20 अक्टूबर से फेस्टिव ट्रेनों का संचालन चालीस दिनों तक करने का निर्णय लिया है। इस दौरान दशहरा, दुर्गापूजा, दीपावली और छठ जैसे महत्वपूर्ण पर्व कवर हो जायेंगे। आने-जाने की प्रक्रिया इस दौरान आराम से पूरी की जा सकती है।
इस सूची में उन ट्रेनों के नाम भी शामिल हैं जो रोज चलाये जायेंगे। जबकि हफ्ते में चार बार, हफ्ते में एक बार चलने वाली ट्रेनें भी इस लिस्ट में शामिल होंगी। रेलवे ने इनका किराया स्पेशल ट्रेनों के बराबर ही रखा है। यानी लोगों को ट्रेन किराये में कोई राहत नहीं मिलनेवाली है। रेलवे अफसरों का कहना है कि चूंकि ये सभी ट्रेनें सुपरफास्ट ट्रेनें होंगी, इसलिये इनकी स्पीड कम से कम 55 किमी प्रति घंटे होगी। वहीं, इन ट्रेनों का किराया मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के मुकाबले 10% से 30% तक ज्यादा होगा। इस सूची में नई दिल्ली से चलनेवाली कई शताब्दी और सुपरफास्ट ट्रेनों के नाम भी शामिल हैं।