दिल्ली सरकार ने कहा- कम्युनिटी स्प्रेड है, अधिकांश मामलों में सोर्स नहीं, केंद्र स्वीकार ही नहीं रहा

New Delhi : राजधानी दिल्ली में तेजी बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब 30 हजार के करीब पहुंच चुके हैं। राजधानी में पिछले कुछ दिन से प्रतिदिन 1000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को बताया – हम उम्मीद कर रहे थे कि निजी अस्पतालों में उपलब्ध बेड 15 दिनों तक के मरीजों के लिए पर्याप्त रहेंगे, लेकिन COVID-19 रोगियों के लिए आरक्षित अधिकांश बेड 4-5 दिनों में ही भर गये हैं। हमें अब बेड्स की क्षमता को और बढ़ाना होगा।

जैन ने कहा – दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड होने की बात कही है, लेकिन केंद्र सरकार आधिकारिक तौर पर अभी इसे स्वीकार नहीं कर रही है। कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड तब होता है जब ऐसे मामले होते हैं, जिनमें संक्रमण के स्रोत का पता नहीं लगाया जा सकता है। हमारे यहां लगभग आधे मामले ऐसे ही हैं, जिनमें इस वायरस के स्रोत का पता नहीं लग सका है। लेकिन हम इसे कम्युनिटी स्प्रेड तभी कह सकते हैं, जब केंद्र सरकार इसे स्वीकार करेगी। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल से साथ राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की मीटिंग में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा।

 

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास पर कोविड-19 की स्थिति पर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के लिए और ‘क्या यह कम्युनिटी स्प्रेड है’ पर चर्चा करने के लिये गये हैं। COVID-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल आज सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक भी करेंगे। दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस के 1,007 नए मरीज सामने आए। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमितों की संख्या करीब 30 हजार तक पहुंच गई है। दिल्ली में COVID-19 के सबसे ज्यादा 1513 मामले तीन जून को आए थे।

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