New Delhi : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है – भारत चीन के बीच जो भी विवाद पैदा हुआ है, उसका समाधान सैन्य और डिप्लोमेटिक स्तर पर निकालने की कोशिशें जारी है। उन्होंने दावा किया – जम्मू और कश्मीर से 370 धारा हटने के बाद से अब कश्मीर में आईएसआईएस के झंडे नहीं बल्कि तिरंगा लहराता है। जम्मू में कार्यकर्ताओ को वर्चुअल रैली से सम्बोधित करते हुये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा – भारत-चीन विवाद में इस समय सैन्य लेवल पर बात चल जारी है। चीन ने भी ये इच्छा व्यक्त की है कि बातचीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाना चाहिये। हमारी कोशिश भी यही है कि सैन्य और डिप्लोमेटिक स्तर पर बातचीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाये।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहा – पहले कश्मीर में “आज़ादी की मांग” उठती थी और इसके समर्थक वहां पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे लहराते थे लेकिन, अब कश्मीर घाटी में भी तिरंगा झंडा लहराता है। पाकिस्तान पर तंज़ कसते हुए राजनाथ सिंह ने कहा – अब भारत और पाकिस्तान के बीच मौसम बदल चुका है। अब भारत के चैनल मुज़फ़्फ़राबाद और गिलगित का दर्जे हरारत (तापमान) बता रहे हैं। दर्जे हरारत बताने के कारण अब इस्लामाबाद में भी कुछ दर्जे हरारत महसूस होने लगी है, इसीलिये वो कुछ अधिक शरारत करने पर भी आमादा हैं।
राजनाथ सिंह ने साथ ही दावा किया – जल्द ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के लोग भी यह मांग करेंगे कि वो भारत के साथ रहना चाहते हैं, ना कि पाकिस्तान के साथ। इस रैली में उन्होंने कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता और 1947 में कश्मीर घाटी में तिरंगा फहराने वाले बारामुल्ला के मोहम्मद मकबूल शेरवानी को श्रद्धांजलि दी।