New Delhi : अपने देश के Cricketers के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार मजाक बनकर रह गए हैं। बीते वर्ष Arjuna Award के लिएचुने गए Ravindra Jadeja और ढाई साल पहले इसी अवार्ड के लिए चयनित Cheteshwar Pujara को खेल मंत्री के हाथों यह अवार्डरिसीव करने की अब तक फुर्सत नहीं मिली है।
BCCI की ओर से रविंद्र जडेजा के दाखिल किए गए नामांकन में उनका वर्तमान ईमेल और फोन नंबर नहीं दिया गया। वहीं पुजारा कापरिवार उनके क्रिकेट दौरों पर बने रहने की बात कहता आया है।
अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ पुजारा और जडेजा को अर्जुन अवार्ड देना खेल मंत्रालय के लिए मुसीबत बन गया है। दरअसलबीते वर्ष चुनी गईं शूटर Anjum Mudril भी अर्जुन अवार्ड नहीं ग्रहण कर पाई हैं। वे मंत्रालय से लगातार कह रही हैं कि टोक्योओलंपिक में जाने से पहले उन्हें यह अवार्ड दे दिया जाए। मंत्रालय कोशिश कर रहा है कि अंजुम के साथ पुजारा और जडेजा को भी यहअवार्ड खेल मंत्री के हाथों दिला दिया जाए। जिससे खेल मंत्री को क्रिकेटरों को अवार्ड देने के लिए दोबारा समय नहीं निकालने पड़े, लेकिन ऐसा अब तक संभव नहीं हो पाया है। मंत्रालय काफी समय तक जडेजा के दिए गए ईमेल और फोन नंबर पर संपर्क साधता रहा, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। अब जडेजा के मैनेजर से बात की गई है, लेकिन अवार्ड लेने के लिए कब का समय दिया जाता है यहदेखने वाली बात होगी।
पुजारा को जब इस अवार्ड के लिए चुना गया था तब खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ थे। अब खेल मंत्री किरेन रिजीजू हैं। पुजारा का अवार्डके लिए समय नहीं निकाल पाना हैरानीजनक है। वह क्रिकेट के तीनों संस्करणों की राष्ट्रीय टीम में नहीं खेलते हैं। जिस वक्त पुजारा कोअर्जुन अवार्ड के लिए चुना गया था तब वह काउंटी क्रिकेट खेलने जाने वाले थे।
चेतेश्वर पुजारा को साल 2016-17 के लिए हरमनप्रीत कौर के साथ अर्जुन अवार्ड के लिए चुना गया था। हरमनप्रीत ने यह अवार्डहासिल कर लिया। इसके बाद साल 2017-18 के लिए विराट कोहली को राजीव गांधी खेल रत्न और स्मृति मंधाना को अर्जुन अवार्ड केलिए चुना गया। दोनों यह सम्मान राष्ट्रपति के हाथों ग्रहण करने आए। बीते वर्ष रविंद्र जडेजा और पूनम यादव को यह अवार्ड मिला।पूनम आईं, लेकिन जडेजा का इंतजार है।