New Delhi : छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर में तीन दिन से जारी इनकम टैक्स छापेमारी में करोडों रुपये कैश मिले हैं। खबर है कि रायपुर के एक ठिकाने से इनकम टैक्स अफसरों को एक अलमारी भरकर नोट मिले हैं। यहीं के एक ठिकाने से लगभग 130 कीमती हीरों से जड़े जेवरात भी भारी मात्रा में मिलने की सूचना है। इनकी जांच के लिए आयकर टीम ने कैरेटोमीटर मंगवाया है। भिलाई में पड़े छापों में एक ठिकाने से करोड़ों रुपए के विदेशी निवेश से जुड़े दस्तावेज मिल गए हैं। यही नहीं, रायपुर के एक परिसर से एक डायरी भी मिल गई है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि राजनैतिक खर्च के सबूतों के साथ इसमें कई नाम हैं। इसी आधार पर शुक्रवार को सीएम की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया को आयकर विभाग ने घेर लिया है।
बता दें कि इन छापों में इनकम टैक्स के 155 अफसर लगे हुए हैं। इनमें से 105 अफसर नई दिल्ली से गुरुवार को चार्टर्ड प्लेन से पहुंचे थे जबकि 50 अफसर मुम्बई से शनिवार को पहुंचे हैं। इसके अलावा सीआरपीएफ के 200 जवान भी हैं ताकि इनकम टैक्स अफसरों को सुरक्षा दी जा सके। छत्तीसगढ. में खलबली मचा देने वाले छापों का नेतृत्व सीबीडीटी-दिल्ली के अफसर हरीश कुमार कर रहे हैं। बोर्ड के चेयरमेन डीसी मोदी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कुमार 29 फरवरी यानी शनिवार को रिटायर हो गये। चूंकि सारी कार्रवाई सीधे दिल्ली से आपरेटर हो रही है, इसलिए कोई और अफसर इस बारे में कुछ नहीं बता रहा है।
मुख्यमंत्री और कांग्रेसियों के इनकम टैक्स छापों के खिलाफ कैबिनेट के राजभवन कूच पर भाजपा ने बड़ा हमला किया है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने फेसबुक पोस्ट कर सीएम से प्रश्न किया कि क्या सीबीआई को बैन करने के बाद अब प्रदेश में आयकर विभाग को भी बैन किया जाएगा। प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने प्रदेश सरकार द्वारा केन्द्र पर लगाये गये बदले की कार्रवाई के आरोप पर कड़ी आपत्ति की है। उन्होंने कहा कि कभी भी भाजपा सरकार कांग्रेस की तरह प्रतिरोध की कार्रवाई नहीं करती।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की टीम ने गुरुवार को पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, मेयर एजाज ढेबर, भाई अनवर ढेबर, आबकारी ओएसडी एपी त्रिपाठी, आईएएस अनिल टुटेजा और उनकी पत्नी मीनाक्षी टुटेजा, शराब ठेकेदार अमोलक सिंह भाटिया, गुरूचरण होरा और डॉ. ए फरिश्ता के साथ तीन सीए के कुल 32 ठिकानों पर तथा शुक्रवार को सीएम की डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया और पप्पू बंसल पर छापे मारे हैं। राजधानी ही नहीं, भिलाई व बिलासपुर में करीब तीन दर्जन ठिकानों पर जांच में अब तक काफी सबूत मिलने की चर्चा है। पता चला है कि सभी प्रमुख लोगों के यहां से कैश और ज्वेलरी ही भारी मात्रा में मिली है।
लेन-देन व कारोबार से संबंधित कच्चे कागजात के साथ अाने वाले दिनों में इस मामले को संवेदनशील करने वाली एक डायरी भी इसी जब्ती में शामिल है। यही नहीं, एक अफसर के बच्चों के दुबई में स्टडी और परिजनों के विदेशों में बसे होने की जानकारी मिली है। देर रात कुछ परिसरों से आयकर टीमें लौटने की तैयारी में भी नजर आई। कार्रवाई में शामिल अफसरों को अलग-अलग राज्यों से बुलाया गया। सबको अलग-अलग रुकने के लिए कहा गया है। सीजी-एमपी में इंदौर के ही अफसरों को कार्रवाई की टीम में लिया गया।
छापों के बाद इनकम टैक्स और राज्य की एजेंसियों में टकराव के हालात किस तरह बन गए हैं, इसका उदाहरण गुरुवार रात करीब बॉम्बे मार्केट में नजर आया, जब पुलिस ने आयकर अफसरों को डिनर के लिए होटल लेकर पहुंची 19 कारों को नो-पार्किंग में उठा लिया। सभी कारें रायपुर और आसपास के लोगों की हैं, जिन्हें आयकर विभाग ने किराए से लिया है।