CNN ने कहा- भारत-चीन के लिये यह घटना गेम चेंजर, वाशिंगटन पोस्ट- असर पूरी दुनिया पर संभव

New Delhi : भारत-चीन सीमा पर झड़प की खबरों के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ हाई लेवल मीटिंग की है। इस दौरान चीन सीमा पर मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा की गई है। सेना ने मंगलवार को एक बयान में कहा – गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के जवानों के पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान सोमवार रात को झड़प हुई। सैन्य सूत्रों के मुताबिक चीन ने भी तीन सैनिक गंवाये हैं।
इधर भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प पूरे वर्ल्ड मीडिया की सुर्खियों में है। न्यूयॉर्क टाइम्स, अलजजीरा, द गार्जियन, बीबीसी, सीएनएन और वॉशिंगटन पोस्ट ने इस घटना को सुर्खियों में जगह दी है। सीएनएन ने कहा कि यह घटना गेमचेंजर हो सकती है। पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने लिखा कि बॉर्डर पर हिंसक झड़प के बाद रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हो गया।

 

अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा- दो सबसे बड़े आबादी वाले देशों के विवाद का असर पूरी दुनिया पर हो सकता है। अखबार की भारत ब्यूरो चीफ जोना स्लाटर ने लिखा- कई सूत्रों से पता चलता रहा है कि LAC पर चीन की अक्रामक पेट्रोलिंग की वजह से हालात खराब होते हैं। भारत यहां मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा है। इससे चीन को अपने बेल्ट एंड रोड्स प्रोजेक्ट पर खतरा नजर आ रहा है।
पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने इस खबर पर अलग नजरिया पेश किया। डॉन ने वेबसाइट पर लिखा- भारत और चीन के संघर्ष की खबर सामने आने के बाद भारतीय रुपया गिर गया। डॉलर के मुकाबले रुपया 76.04 के स्तर पर पहुंच गया। शेयर मार्केट में .04 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई।

अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्क सीएनएन के मुताबिक- यह घटना गेमचेंजर हो सकती है। भारत और चीन पिछले 45 सालों से जिस तरह से एक-दूसरे के साथ हैं, इस झड़प के बाद सब बदल सकता है। दोनों देशों के नेताओं को राष्ट्रवाद के लिये उनकी जनता का समर्थन मिला है। दोनों नेताओं ने अपनी जनता से भविष्य में देश को महान बनाने का वादा किया है।
बीबीसी ने कहा कि दुनिया की दो बड़ी सेनाएं बॉर्डर पर कई जगहों पर आमने-सामने हैं। भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर कई जगह विवाद है। नदियों, झीलों और हिमपात की वजह से बॉर्डर के शिफ्ट होने की भी आशंका रहती है। इसके चलते भी टकराव होता है।

बता दें- लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ झड़प के दौरान भारतीय सेना का एक अधिकारी और तीन जवान शहीद हो गये। भारत और चीन की सेना के वरिष्ठ अधिकारी लद्दाख में तनाव कम करने के लिये बैठक कर रहे हैं। बीते पांच हफ्तों से गलवान घाटी में बड़ी संख्या में भारतीय और चीनी सैनिक आमने-सामने खड़े थे। यह घटना भारतीय सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे के उस बयान के कुछ दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के सैनिक गलवान घाटी से पीछे हट रहे हैं।
राजनाथ सिंह ने सेना के वरिष्ठ नेतृत्व से झड़प के बारे में विस्तार से जानकारी ली और आगे की योजना पर चर्चा की। बैठक में इस घटना के बाद उत्पन्न स्थिति से संबंधित तमाम पहलुओं पर बातचीत की गई। सेना ने यह भी स्पष्ट किया है कि झडप के दौरान फायरिंग नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि गालवन वैली में झड़प के बाद भारत के 32 जवान लापता हो गये थे। ज्यादातर अपने बेस पर लौट आये, लेकिन 4 अब भी लापता हैं। सेना या सरकार की तरफ से इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया गया है। पहले माना जा रहा था कि लापता हुये लोग सेना के जवान नहीं, बल्कि रोड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स हैं।

सेना के सूत्रों के मुताबिक, चीन ने ही सुबह 7:30 बजे मीटिंग की पेशकश रखी। इसके बाद से मेजर जनरल लेवल की बातचीत चल रही है। सीडीएस बिपिन रावत, तीनों सेनाओं के प्रमुख और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ लंबी मीटिंग के बाद राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पहुंचे। राजनाथ ने लद्दाख में भारत और चीन के बीच सैन्य झड़प पर प्रधानमंत्री को जानकारी दी।

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