New Delhi : उत्तर प्रदेश में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिये योगी सरकार ने औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी निवेश के लिए विभिन्न देशों की कम्पनियों से बात कर उत्तर प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए संभावनाओं को तलाशेगी। कोरोना आपदा के चलते बहुत सी जानी-मानी कंपनियां चीन से पलायन कर रही हैं। इन कंपनियों का रूख उत्तर प्रदेश की ओर मोड़ने की कोशिश में योगी सरकार का यह प्रयास बेहद कारगर हो सकती है।
Our Visionary CM @myogiadityanath ji focus on bringing investment of companies leaving China, for which the task force is working with full devotion. pic.twitter.com/xgIjpgKw6I
— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) May 14, 2020
योगी सरकार ने इन मंत्रियों की यह जवाबदेही होगी कि वे उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य, संसाधनों तथा उद्योग के अनुकूल वातावरण को दिखाते हुए इन्हें उत्तर प्रदेश आने के लिए तैयार करेंगे। इस संबंध में विचार-विमर्श करने के लिए शुक्रवार को 15 मई को खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यालय में बैठक की गई। इस बैठक में दोनों मंत्रियों के अलावा राज्य सरकार के आर्थिक सलाहकार श्री के0वी0राजू, प्रमुख सचिव एमएसएमई डा0 नवनीत सहगल तथा उद्योग बंधु के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश में विदेशी निवेश के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने तथा निवेश प्रोत्साहन विभाग के ढांचे को मजबूत बनाने की रणनीति पर चर्चा हुई।
बैठक में निवेश के लिये यूरोपियन यूनियन की सुविधा के लिए प्रमुख सचिव डा0 नवनीत सहगल की देख-रेख में हेल्प डेस्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में निवेश को आकर्षित करने के लिए वेबसाइट तैयार करने और इसमें लैण्डबैंक की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने पर सहमति बनी। इसी प्रकार मानव संसाधन और स्किल लेबर का डाटाबेस तैयार कराने का निर्णय लिया गया है। साथ ही हर 15 दिन के अन्दर समिति की बैठक आयोजित कराने के निर्देश दिये गये हैं।