New Delhi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बात करते हुये कहा – अब किसी राज्य को यूपी मैनपावर चाहिए, तो उसे हमारी अनुमति लेनी होगी। कोई राज्य सरकार हमारे लोगों को बिना अनुमति के नहीं ले जा सकती है। जिस तरह हमारे कामगारों की दुर्गति हुई है, जिस तरह का इनके साथ व्यवहार हुआ है, उसके मद्देनजर हम उनका रजिस्ट्रेशन कर उन्हें बीमा कवर देंगे। उनकी सामाजिक सुरक्षा देंगे और रोजगार परक प्रशिक्षण देंगे ताकि उसे वहां जाकर इधर-उधर भटकना न पड़े।
घर वापस आए श्रमिक बहनों-भाइयों को प्रदेश में ही सेवायोजित करने के लिए एक माइग्रेशन कमीशन गठित करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
'अर्थव्यवस्था की धुरी' इन कामगारों को प्रदेश में ही रोजगार उपलब्ध करवाकर इन्हें सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 24, 2020
उन्होंने कहा – दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की हम स्क्रीनिंग और स्किलिंग दोनों कर रहे हैं। जो प्रवासी कामगार व श्रमिक आये हैं उनको स्वास्थ्य के साथ रोजगार देना हमारी प्राथमिता है। प्रत्येक कामगार को राशन किट, राशन कार्ड और होम क्वारंटाइन के दौरान एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया जा रहा है।
मेहनत कर अपनी जीविका चलाने वाले 23 लाख श्रमिक बहनों- भाइयों और उनके परिजनों को अब तक घर वापस लाया गया है। सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें उपयुक्त रूप से क्वारंटीन करने, खाद्यान्न किट देने, राशन कार्ड बनवाने और ₹1,000 भरण-पोषण भत्ता दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 24, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सवाल के जवाब में कहा – प्रदेश के लोग लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। जिस प्रकार से हमारे लोगों की दूसरे राज्यों में दुर्दशा हुई है, उसके बाद सरकार ने तय किया कि अब बिना हमारी अनुमति के नहीं जा सकते हैं। अपने खून पसीने से महाराष्ट्र को सींचने वाले कामगारों को शिवसेना और कांग्रेस की सरकार से सिर्फ छलावा ही मिला। लॉकडाउन में उनसें धोखा किया, उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया और घर जाने को मजबूर किया। इस अमानवीय व्यवहार के लिए मानवता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कभी माफ नहीं करेगी। सीएम योगी ने कहा कि अपने घर पहुंच रहे सभी बहनों और भाइयों का प्रदेश में पूरा ख्याल रखा जायेगा। अपनी कर्मभूमि को छोड़ने के लिए मजबूर करने के बाद उनकी चिंता का नाटक मत कीजिए। सभी श्रमिक कामगार बंधु आश्वस्त हैं कि अब उनकी जन्मभूमि उनका हमेशा ख्याल रखेगी, शिवसेना और कांग्रेस आश्वस्त रहें। एक सप्ताह में सभी कामगार यूपी आ जाएंगे।
प्रवासी कामगारों को राज्य स्तर पर बीमा का लाभ देने की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही, ऐसी कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है, जिससे इन लोगों की जॉब सिक्योरिटी प्रदेश में ही सुनिश्चित की जा सके और इन्हें मजबूर हो कर अपने घर-परिवार से दूर नौकरी की तलाश में पलायन न करना पड़े।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 24, 2020
सीएम योगी ने कहा – अन्य राज्यों से आने वाले 30 प्रतिशत कामगार संक्रमित है। महाराष्ट्र से आने वाला 75 प्रतिशत कामगार संक्रमित है। हम इन सभी की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। इनको क्वारंटाइन किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में 75 हजार से अधिक मेडिकल टीमें लगी हैं। उत्तर प्रदेश पूरे देश में बेहतर स्थिति में है। इस वक्त प्रदेश में 23 लाख से अधिक कामगार आ चुका है। उसकी सुरक्षा की गरंटी हमारी है।