New Delhi : निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात से देश के अलग-अलग जगहों पर क्वारैंटाइन किये गये लोगों का उत्पात बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आज नई दिल्ली के नरेला स्थित क्वारैंटाइन में तबलीगी जमात के कोरोना संदिग्धों ने अपने रूम के गेट पर ही पॉटी कर दी। इस मामले में 2 लोगों पर एफआईआर की गई है। बागपत में एक कोरोना पॉजेटिव जमाती खिड़की तोड़कर भाग गया है जबकि फिरोजाबाद में जब तबलीगी जमात के लोगों को टेस्ट के लिये हॉस्पिटल ले जाया गया तो वे हॉस्पिटल में चारो तरफ थूकने लगे। इस मामले में 27 जमातियों पर एफआईआर कराया गया है। वैसे आज 200 से ज्यादा तबलीगी जमात के लोगों पर एफआईआर की गई है।
अकेले मुम्बई में 150 तबलीगी जमात के लोगों पर एफआईआर की गई है। यह मामला आजाद मंडी पुलिस थाने में दर्ज किया गया है। जमातियों पर भारतीय दंड विधान की धारा 271, 188 और 269 के तहत दर्ज की गई है। इसके अलावा हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में जमातियों पर केस दर्ज करवाया गया है।
इधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कुल 308 कोरोना पॉजेटिव केस सामने आये हैं जिनमें से 168 तबलीगी जमात से लौटे लोग हैं। अभी 10 टेस्टिंग स्टेशन पर COVID19 के टेस्ट किये जा रहे हैं। स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा – यूपी में अभी भी कोरोना के 308 केस हैं। इनमें तब्लीगी जमात से जुड़े राज्या में 168 केस हैं। सरकार निरंतर काम कर रही है। प्रदेश के अंदर 24 मेडिकल कॉलेज हैं। 14 मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं जहां कोविड 19 की टेस्टिंग सुविधा नहीं है। यहां कोविड जांच के लिए सुविधा हो इसका निर्देश दिया गया है। सूबे की सभी मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग सुविधा मुहैया कराई जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ यूपी कोविड केयर फंड की स्थापना की है। इसके फंड का प्रयोग राज्य में टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने में किया जाएगा।
उन्होंने कहा – कोरोना के खिलाफ जिन उपकरणों की आवश्यकता है। जैसे PPE, N95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, इन सबको बनाने का काम लगातार हो रहा है। उन्होंने कहा – हम लोगों ने निर्णय लिया है कि सभी डिस्ट्रिक हॉस्पिटल में कोरोना टेस्टिंग लैब की स्थापना करेंगे। हमने इसके लिए एक समिति का गठन किया है।
कोरोना से जंग लड़ रहे उत्तर प्रदेश को तब्लीगी जमातियों से भी जूझना पड़ रहा है। अभी तक डॉक्टरों पर थूकने और अभद्रता करने की घटनाएं ही आ रही थी, लेकिन अब बागपत जिले में बने क्वारैंटाइन सेंटर में भर्ती कोरोनावायरस से संक्रमित नेपाली जमाती मरीज सोमवार देर रात भाग गया। पहले उसने खिड़की तोड़ी, फिर उसमें से चादर लटकाकर उसके सहारे उतरकर भाग गया। संक्रमित मरीज के भागने से डॉक्टर और प्रशासन दोनों परेशान हैं।
यह कोराना पॉजिटिव मरीज दिल्ली से आयी 17 नेपालियों की जमात में शामिल था, जो रटौल गांव के एक मदरसे मे ठहरा हुआ था। जांच में इसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पिछले चार दिनों से उसका बागपत जिले के खेकड़ा सीएचसी में इलाज चल रहा था। सोमवार की रात करीब 12 बजे आइसोलेशन वार्ड की खिड़की में अपने बेड की चादर लटकाकर भाग निकला। संक्रमित मरीज के भागने की सूचना से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है।
सोशल मीडिया के माध्यम से भी फरार कोरोना पॉजिटिव मरीज के फोटो डालकर उसको पकडे़ की अपील की जा रही है। मरीज का नाम मुकीम बताया जा रहा है हालाकि अभी तक उसका सही नाम और वह कहां से आया है, इसकी जानकारी डॉक्टर नहीं दे पा रहे हैं। पुलिस ने आसपास थानों को भी अलर्ट कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुट गई है ।