New Delhi : गोरखपुर के चंवरी के दीपू और संदीप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात की और हाल जाना। मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा- यहां काम मिलेगा तब भी बाहर जाओगे, जवाब में दोनों ने कहा- जब काम मिल ही जायेगा तो बाहर क्यों जायेंगे? शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाहर से आये प्रवासी श्रमिकों एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों में रोज कमाने वाले लोगों के खाते में एक हजार रुपये भेजने के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लाभार्थियों से बातचीत कर रहे थे।
श्रमिकों की बालिकाओं की शादी के लिए एक कार्ययोजना के साथ श्रम विभाग कार्य कर रहा है। प्रवासी कामगार/श्रमिकों को काम मिले इसके लिए रोजगार सृजन की एक कार्ययोजना को श्रम विभाग आगे बढ़ा रहा है। इसके लिए एक आयोग के गठन की प्रक्रिया भी चल रही है: CM श्री @myogiadityanath जी
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) June 13, 2020
आज इस कार्यक्रम में हम प्रथम चरण में 10,48,166 श्रमिक परिवारों के खाते में भरण-पोषण भत्ता पहुंचाएंगे। हमारा प्रयास है कि जितनी जल्दी उनकी स्किल मैपिंग और उनके बैंक अकाउंट शासन को प्राप्त हो जाएंगे उतनी जल्दी हम धनराशि उनके अकाउंट में उपलब्ध करवा देंगे: CM श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/TFjxAf2KOU
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कामगारों/श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा की दिशा में भी कार्य किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन्हें बीमा कवर उपलब्ध हो।
केंद्र व @UPGovt की विकास योजनाओं को तेजी से संचालित करते हुए श्रमिकों को रोजगार के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएं: CM श्री @myogiadityanath जी ने
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गोरखपुर के एनआइसी भवन में पांच प्रवासियों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया गया था। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र से आये जंगल चंवरी निवासी दीपू और दिल्ली से आये संदीप से बात की। दोनों से उन्होंने बाहर के काम के बारे में पूछा। पेंट पालिश के काम से जुड़े दोनों प्रवासियों से उन्होंने घर लौटने के बाद क्वारैंटाइन सेंटर में मिली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। दोनों ने कहा – उन्हें सारी सुविधाएं मिली थीं। मुख्यमंत्री ने कहा – यहां भी पेंट पॉलिश का काम होता है, यहां काम मिलेगा, तो बाहर जाओगे? दोनों ने खुशी से कहा कि हम नहीं जायेंगे और यहीं रहकर काम करेंगे। जिन पांच लोगों को इस काम के लिये बुलाया गया था वे थे- जंगल रामगढ़ चवंरी के संदीप, दीपू, संतोष और करजहां, चौरीचौरा के उपेन्द्र और अनिल।
आज जब श्रमिक व कामगार बंधुओं को उनके कल्याण के लिए यह भरण पोषण भत्ते की राशि उनके अकाउंट में उपलब्ध कराई जा रही है, इस अवसर पर प्रदेश के सभी 10,48,166 कामगार व श्रमिक बहनों-भाइयों को हृदय से बधाई देता हूं: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी
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मानव संसाधन उद्योग जगत की रीढ़ है। यही रीढ़ अब बड़ी संख्या में श्रमिक के रूप में प्रदेश में उपलब्ध हैं। श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज व राष्ट्र का निर्माण किया है। प्रदेश में आए कामगारों/श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का नव-निर्माण होगा: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी pic.twitter.com/8DwbxGxiOj
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कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद पैदा हुए संकट में दिल्ली, मुंबई और देश के अन्य शहरों से पूर्वांचल में हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने घरों को वापस लौट आये हैं। इनमें से अधिकांश अब दिल्ली, मुंबई जाने की जगह अपने गांव, शहर में ही काम करने को उत्सुक हैं। सरकार भी इनकी पूरी मदद कर रही है।