New Delhi : लद्दाख की गालवन घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुये टकराव का ठीकरा पड़ोसी देश ने भारत के सिर ही फोड़ा है। चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि चीन और भारत की सीमा पर लगातार तनाव की वजह भारतीय सेनाओं का घमंड और दुस्साहस है।
ग्लोबल टाइम्स ने अपने एडिटोरियल में लिखा है कि बॉर्डर के करीब भारतीय सेना इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर रही है। उसने चीन के हिस्से में भी कुछ निर्माण किए हैं। इसके चलते ही दोनों पक्षों के बीच टकराव हो रहा है, क्योंकि चीन की सेना भारतीय सेना के निर्माण को रोकने की कोशिश कर रही है।
The fatal clash in the China-India border region on Monday is the most severe in decades, and it is a provocative military operation staged by Indian troops to capture Chinese territory and shift domestic pressure: experts https://t.co/JPXrzgbZlL pic.twitter.com/AM7U3Ivy6X
— Global Times (@globaltimesnews) June 16, 2020
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा- पिछले कुछ साल से भारत ने दो गलतफहमियों के चलते सीमाई मुद्दों पर सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है। इनमें पहला है कि अमेरिका के बढ़ते दबाव के चलते चीन भारत के साथ खटास भरे रिश्ते नहीं चाहता है और ऐसे में वह भारतीय उकसावे का जवाब देने की इच्छा भी नहीं रखता है। दूसरा कुछ लोगों की गलतफहमी है कि भारत की सेना की ताकत चीन से ज्यादा है। इन गलतफहमियों ने भारतीय सोच को प्रभावित किया है और चीन को लेकर भारत की नीतियों पर दबाव डाला है। चीन और भारत की ताकत के बीच का अंतर साफ है।
#China has lodged solemn representations against Indian troops who crossed the border and took provocative actions, which led to serious clashes on Mon. China urges the #Indian side to strictly restrain its troops in accordance with the consensus reached between the countries: FM pic.twitter.com/mwqgYSN0BF
— Global Times (@globaltimesnews) June 16, 2020
गालवन वैली में भारत और चीन की सेना के बीच इस बार जो झड़प हुई है। उसमें दोनों ओर से सैनिकों की मौत हुई। इससे यह साफ हो रहा है कि फिलहाल दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर पैदा हुए हालात नियंत्रण में नहीं हैं। इस घटना के बाद से अभी तक दोनों सेनाओं ने संयम बरता है। यह दिखाता है कि दोनों पक्ष बातचीत के जरिए तनाव को कम करना चाहते हैं। उधर, चीनी सेना के इस झड़प में मारे गए अपनी सैनिकों की संख्या का खुलासा नहीं किया है ताकि दोनों तरफ की सेनाओं के बीच दोबारा किसी तरह के टकराव न शुरू हो।
#BREAKING: The #PLA Western Theater Command spokesperson said Tuesday #Indian troops again crossed the line of actual control in the Galwan Valley region and purposefully launched provocative attacks, leading to severe clashes and casualties. pic.twitter.com/yN1RU14lXm
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ग्लोबल टाइम्स ने लिखा – हम गालवन घाटी में तनाव को कम होते देखना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि भारत लद्दाख सीमा पर तैनात सैनिकों और इंजीनियरों का बेहतर प्रबंधन करेगा। साथ ही, दोनों सेनाओं के अफसरों के बीच हुई हाई लेवल मीटिंग में जो आम सहमति बनी थी उस पर अमल करेगा। अगर हालात शांत हो जाते हैं तो यह दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद साबित होगा। हालांकि, इसके लिए दोनों देशों की सेनाओं को कोशिशें करनी होंगी।
The Chinese military recently conducted joint exercises aimed at the destruction of key hostile hubs in a high-elevation mountainous region, the PLA Tibet Military Command revealed on Tuesday after a fatal clash broke out on the China-India border on Mon. https://t.co/rjZhUlBjZq pic.twitter.com/7ls4ULS10U
— Global Times (@globaltimesnews) June 16, 2020
ग्लोबल टाइम्से ने कहा- भारत के साथ सीमा विवाद के मुद्दे पर चीन की जनता को सरकार और पीपल्स लिबरेशन आर्मी पर भरोसा करना चाहिए। सीमा विवाद से निपटने के दौराव वे चीन की क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय हितों को बनाए रखेंगे। चीन के पास अपनी जमीन के हर एक इंच की सुरक्षा करने की ताकत और समझदारी है और वह अपने खिलाफ किसी रणनीतिक चाल को कामयाब नहीं होने देगा।