New Delhi : लद्दाख में सीमा विवाद के बीच चीन अपनी नीच हरकतों से बाज नहीं आ रहा। चीन की आर्मी पीएलए जम्मू-कश्मीर में माहौल खराब करने के लिये पाकिस्तान के संगठन अल बद्र को सक्रिय करना चाहती है। अल बद्र के शैतानों का ग्रुप हाल ही में चीन के अफसरों से मिला है। यह मीटिंग पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हुई है।
China in talks with Islamic terror group Al Badr as it moves 20,000 soldiers along the LAC, Pakistan deploys two divisions along PoK: Reportshttps://t.co/F5MQ7aoDYG
— OpIndia.com (@OpIndia_com) July 2, 2020
न्यूज एजेंसी यूएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ना सिर्फ पाकिस्तान के बंदूकधारी उपद्रवियों बल्कि म्यांमार के विद्रोही संगठन अराकन आर्मी को भी फंड और हथियार सप्लाई कर रहा है। बैंकॉक बेस्ड मीडिया कंपनी लिकास न्यूज ने सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट दी है। इसके मुताबिक अराकन आर्मी को 95% फंडिंग चीन से ही हो रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है – अराकन आर्मी के जरिये चीन पश्चिमी म्यांमार के भारत से लगते बॉर्डर वाले इलाके में अपना दखल बढ़ाना चाहता है। वह दक्षिण एशिया में भारत को कमजोर करना चाहता है, इसलिए म्यांमार में भारत का प्रभाव बढ़ने से रोक रहा है।
न्यूज एजेंसी यूएनआई के मुताबिक पाकिस्तान ने पीओके में गिलगित-बालिस्तान इलाके में 20 हजार सैनिक बढ़ा दिये हैं। वह भारत-चीन के बीच विवाद का फायदा उठाना चाहता है। दूसरी ओर पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि पाकिस्तान से लगातार घुसपैठ की कोशिश भी हो रही है।