New Delhi : सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर यानि कल को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। सेवानिवृति से पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। आज भारत के चीफ जस्टिस के रूप में उनका अंतिम कार्य दिवस है। CJI गोगोई 17 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे।
Delhi: Chief Justice of India (CJI) Ranjan Gogoi is being given farewell at the Supreme Court premises. Today is his last day as the CJI; he is retiring on November 17th. Justice Sharad Arvind Bobde (pic 3) will take oath as the next Chief Justice of India (CJI), on November 18th pic.twitter.com/3MlAHn8wB7
— ANI (@ANI) November 15, 2019
इसके बदा भारत के चीफ जस्टिस (CJI) रंजन गोगोई को सुप्रीम कोर्ट परिसर में विदाई दी गई। आज CJI के रूप में उनका आखिरी कार्यदिवस था। जस्टिस शरद अरविंद बोबडे अगले चीफ जस्टिस होंगे। आपको बता दें कि शनिवार को उनकी अध्यक्षता वाली पीठ ने 134 साल पुराने अयोध्या जमीन विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने यह फैसला सर्वसम्मति से दिया है।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई इस पीठ की अगुवाई कर रहे थे। उन्होंने 3 अक्टूबर 2018 को बतौर मुख्य न्यायधीश पदभार ग्रहण किया था। 18 नवंबर, 1954 को जन्मे जस्टिस रंजन गोगोई ने 1978 में बार काउंसिल ज्वाइन की थी। उन्होंने शुरुआत गुवाहाटी हाई कोर्ट से की, 2001 में गुवाहाटी हाई कोर्ट में जज भी बने।
इसके बाद वह पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में बतौर जज 2010 में नियुक्त हुए, 2011 में वह पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने। 23 अप्रैल, 2012 को जस्टिस रंजन गोगोई सुप्रीम कोर्ट के जज बने। बतौर चीफ जस्टिस अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक मामलों को सुना है, जिसमें अयोध्या केस, NRC, जम्मू-कश्मीर पर याचिकाएं शामिल हैं