नई दिल्ली : सीबीआई ने शीना बोरा ह’त्याकांड में अभियुक्त इंद्राणी मुखर्जी की अर्ज़ी पर जवाब दाखिल कर दिया है। बता दें कि इंद्राणी ने केस के सिलसिले में लाई डिटेक्टर टेस्ट देने की पेशकश की थी। साल 2012 में हुई इस शीना बोरा ह’त्याकांड को पूरी तरह से सुलझाया नहीं गया है। हालांकि इस मामले में दोनों आरोपी मुंबई की आर्थर रोड जेल में सजा काट रहे हैं।
सीबीआई ने अपने जवाब में कहा है कि लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए इंद्राणी की सहमति मामले की शुरुआती जांच के दौरान मांगी गई थी, लेकिन उस समय इंद्राणी ने टेस्ट देने से इंकार कर दिया था। सीबीआई ने कहा कि अब इस समय लाई डिटेक्टर टेस्ट किसी काम नहीं आएगा, क्योंकि सबूतों के रूप में वह कोई मदद नहीं कर पाएगा।
Sheena Bora Murder Case: Central Bureau of Investigation (CBI) has filed a reply to Indrani Mukerjea's application in which she had offered to undergo a lie detector test in connection with the case. pic.twitter.com/PtHr9LCXOZ
— ANI (@ANI) March 5, 2019
गौरतलब है कि शीना बोरा ह’त्याकांड मामले में इंद्राणी को अगस्त 2015 में गिरफ्तार किया गया था और उसके कुछ महीने बाद पीटर को गिरफ्तार किया गया था। दोनों शीना बोरा केस में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। शीना, इंद्राणी के पहले पति की बेटी थी। पुलिस ने बताया कि शीना बोरा का 24 अप्रैल 2012 को क’त्ल किया गया था। उसकी लाश को कथित रूप से पहले सूटकेस के अंदर बिल्डिंग के गैराज में छिपाई गई थी, बाद में रायगढ़ जिले के जंगल में उसकी बॉडी को फेंक दिया गया था।
गौरतलब है कि इंद्राणी मुखर्जी ने मुंबई की एक विशेष सीबीआई अदालत में जमानत की अर्जी दाखिल की थी जिसमें इंद्राणी ने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था और मेडिकल ग्राउंड पर जमानत की मांग की थी। लेकिन सीबीआई की विशेष अदालत ने इंद्राणी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
इनपुट – ANI
Salman
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