New Delhi : सीमा पर विवाद के बीच भारत सरकार ने चीनी उपकरणों को लेकर बड़ा फैसला किया है। टेलीकॉम मंत्रालय ने बीएसएनएल को चीनी कंपनियों के उपकरणों की उपयोगिता को कम करने का निर्देश दिया है। मंत्रालय की ओर से कहा गया है – अपने कामों में चीनी कंपनियों की उपयोगिता को कम करे। टेलीकॉम मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है – 4जी सुविधा के अपग्रेडेशन में किसी भी चाइनीज कंपनियों के बनाये उपकरणों का इस्तेमाल न किया जाये। इसके अलावा पूरे टेंडर को नये सिरे से जारी किया जाये। साथ में सभी प्राइवेट सर्विस ऑपरेटरों को चाइनीच उपकरणों पर निर्भरता कम करने का निर्देश देने की बात कही गई है।
GT Voice: Modi needs sound economy to ease border tensions https://t.co/XC68T8aTz5 pic.twitter.com/O4p5kudghW
— Global Times (@globaltimesnews) June 17, 2020
पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिक के बीच टकराव के बाद देश में चीन के खिलाफ आक्रोश काफी बढ़ गया है। देशभर के अलग-अलग हिस्सों में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पुतले जलाये गये तो दूसरी ओर से सोशल मीडिया पर चीनी सामानों का बहिष्कार करने की मांग की जा रही है।
वास्तविक नियंत्रण रेखा के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – जवानों की शहादत बेकार नहीं जायेगी। मैं देश को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं। हमारे लिये देश की एकता और अखंडता सर्वोपरि है। भारत शांति चाहता है, लेकिन माकूल जवाब देने का सामर्थ्य रखता है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- मैं जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और उनके परिवार को भरोसा दिलाता हूं कि देश आपके साथ है, स्थिति कुछ भी हो देश आपके साथ है। भारत अपने स्वाभिमान और हर एक इंच जमीन की रक्षा करेगा।
India should curb ‘boycott China’ voices after border clash. Blindly associating border issues with investments and trade is illogical. Both sides need to cherish precious development opportunities amid #COVID19 uncertainty. https://t.co/ZzNJIoh2mx pic.twitter.com/cZLJWHfprk
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इधर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गालवान घटना पर दुख जाहिर करते हुये कहा – यह र्दनाक है। हमारे सैनिकों ने अपने कर्तव्य में साहस और वीरता का प्रदर्शन किया। देश के लिये अपने जीवन का बलिदान दिया। राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरा दिल सैनिकों के परिवारों के लिये पसीज रहा है। राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें उनकी वीरता के शौर्य और साहस पर गर्व है।