New Delhi : भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पर किये गये हमले को गंभीरता से लिया है। पार्टी ने कहा है – देश में एक परिवार विशेष है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बरबाद करने की कोशिशों में आज से नहीं बल्कि सालों से लगा है। यह परिवार किसी भी सूरत में उनको समाप्त करना चाहता है। बिना किसी आधार के, बिना किसी साक्ष्य के यह परिवार एक के बाद एक आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मढ़ता रहता है।
We saw yet another (failed) edition of ‘Project RG Relaunch’ today.@RahulGandhi Ji was, as usual, weak on facts and strong on mudslinging. Attempts to politicise defence and foreign policy matters shows one dynasty’s desperation to wash their past sins of 1962 and weaken India.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 20, 2020
Since the 1950’s, China has made strategic investments in one dynasty that has given them rich dividends. Remember 1962, giving away of a UNSC seat, losing lot of land to China in the UPA years, MoU Signed with much fanfare in 2008, funds to RGF and more.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 20, 2020
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 20 जुलाई के राहुल गांधी के वीडियो संदेश को गंभीरता से लेते हुये कहा कि उनके पास कोई साक्ष्य नहीं हैं। कोई तथ्य नहीं है। बस बड़े बड़े आरोप हैं। दरअसल आज राहुल गांधी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि सत्ता हासिल करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्ट्रांगमैन की फेक इमेज गढ़ी। आज स्थिति यह है कि वे अपनी इमेज की वजह से यह स्वीकार नहीं रहे हैं कि चीन की सेना भारत में घुसकर बैठी है और चीन इसका फायदा उठा रहा है।
इसका जवाब देते हुय भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा- राहुल तथ्यों में कमजोर और कीचड़ उछालने में मजबूत बयान देकर विदेश नीति के मुद्दों पर सियासत कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया- राहुल जी भारतीय सशस्त्र बलों पर यकीन करने की बजाय चीन की ओर से दी गई जानकारी में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं। आखिरकार क्यों एक परिवार भारत को कमजोर और चीन को मजबूत देखना चाहता है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नड्डा ने कहा – एक परिवार विशेष की सन् 1962 के पापों से हाथ धोने और भारत को कमजोर करने की हताशा को दिखाता है। 1950 के दशक से ही चीन ने इस परिवार विशेष में रणनीतिक निवेश किया है। चीन ने कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए की सरकार के कार्यकाल में जमीन पर कब्जा किया।