New Delhi : कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बंद पड़ी यात्री ट्रेनों का संचालन 12 मई से शुरू होगा। रेल मंत्रालय ने इसे लेकर एक विस्तृत योजना भी बनाई है। शुरुआत में कम संख्या में ही ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इस दौरान लोगों के स्वास्थ्य और कोरोना संक्रमण की जांच भी की जाएगी। केवल कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति होगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है – हम अभी कुछ ही ट्रेन प्रयोग के तौर पर चला रहे हैं। धीरे धीरे इसकी संख्या बढ़ाई जायेगी।
Indian Railways plans to gradually restart passenger train operations from 12th May, 2020, initially with 15 pairs of trains
These trains will be run as special trains from New Delhi Station connecting 15 important cities of the countryhttps://t.co/tOvEFT1C8Z pic.twitter.com/dvdxKaxshM
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 10, 2020
भारतीय रेलवे की योजना है कि 12 मई, 2020 से यात्री ट्रेन संचालन को धीरे-धीरे फिर से शुरू किया जाए। शुरुआत में 15 जोड़ी ट्रेनों (30 वापसी यात्रा) को ही चलाया जाएगा। ये ट्रेनें डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी को जोड़ने वाली नई दिल्ली स्टेशन से विशेष ट्रेनों के रूप में चलाई जाएंगी।
भारतीय रेलवे कोरोना वायरस देखभाल केंद्रों के लिए 20,000 कोचों को आरक्षित करने के बाद उपलब्ध कोचों के आधार पर नए मार्गों पर और अधिक विशेष सेवाएं शुरू करेगा। इसके अतिरिक्त श्रमिक स्पेशल के तौर पर 300 ट्रेनों के के संचालन के लिए भी कोचों को अलग से आरक्षित किया जाएगा।
Railways plans to gradually restart passenger train operations from 12th May, 2020, initially with 15 pairs of special trains connecting New Delhi with major stations across India. Booking in these trains will start at 4 pm on 11th May.https://t.co/DW9I1sPRx6
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 10, 2020
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है – हम अभी कुछ ही ट्रेन प्रयोग के तौर पर चला रहे हैं। धीरे धीरे इसकी संख्या बढ़ाई जायेगी। इन ट्रेनों में रिजर्वेशन 11 मई को शाम 4 बजे शुरू होगी और केवल IRCTC की वेबसाइट (https://www.irctc.co.in/) पर उपलब्ध होगी। रेलवे स्टेशनों पर टिकट बुकिंग काउंटर बंद रहेंगे और कोई काउंटर टिकट (प्लेटफॉर्म टिकट सहित) जारी नहीं किया जाएगा। केवल वैध कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशनों में प्रवेश करने की अनुमति होगी। यात्रियों को चेहरा ढंकना अनिवार्य होगा और प्रस्थान के समय स्क्रीनिंग से गुजरना होगा और केवल यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी।
इधर रेल मंत्री ने कहा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार 300 श्रमिक ट्रेनें रोज चला रहे हैं। अगले 3 से 4 दिनों में श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचा दिया जायेगा। सभी राज्यों से अपील है कि वे अपनी अपनी तरफ से स्वीकृत्यादेश दें। समय से प्रवासी मजदूरों की लिस्ट दें। तो अगले तीन चार दिनों में प्रवासी मजदूरों की समस्या का निराकरण हो जायेगा। प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचा दिया जायेगा।
पीयूष गोयल ने कहा – रेलवे लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला रहा है। सिर्फ प्रवासी मजदूर ही नहीं, बल्कि पर्यटक, स्टूडेंट्स और श्रद्धालुओं को उनके घर तक पहुंचा रही है। अभी तक 336 श्रमिक ट्रेनों का परिचालन हो गया है।
मा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरेजी आणि महाविकास आघाडीच्या अन्य नेत्यांनी सुद्धा मा. ममता दिदींशी चर्चा करून परवानगी मिळवावी, ही माझी विनंती! #MigrantLabourers @CMOMaharashtra @OfficeofUT
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) May 10, 2020
इससे 4.40 लाख से ज्यादा लोगों को अपने घरों तक पहुंचा दिया गया है। इधर रेलवे ने लॉकडाउन समाप्त होने के बाद की अपनी रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया है। कोशिश हो रही है कि यदि लॉकडाउन के बाद ट्रेनें चलाई जाती हैं तो क्या व्यवस्था रखी जाये कि यात्रियों को असुविधा भी न हो और कोरोना वायरस से उनका बचाव भी हो सके। फिलहाल तो लॉकडाउन के बाद भी जब ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा तो शताब्दी एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस और तेजस एक्सप्रेस के साथ राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में भी सफर के दौरान यात्रियों को खाना अपने साथ लाना पड़ सकता है। सामान्य गाड़ियों में तो लाना ही होगा।