आतंकियों के जनाजे में गन सैल्यूट देने वाला रियाज नायकू एनकाउंटर में मारा गया।

सेना की बड़ी उपलब्धि : 12 लाख के इनामी हिजबुल कमांडर रियाज नाइकू समेत 5 आतंकी ढेर किये

New Delhi : सुरक्षाबलों के हाथ बुधवार को बड़ी कामयाबी लगी। अवंतीपोरा में दो अलग-अलग जगह पर सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर रियाज नाइकू समेत अभी तक पांच आतंकवादियों को मार गिराया। नाइकू का मारा जाना हिजबुल मुजाहिदीन को बड़ा आघात माना जा रहा है। 12 लाख का ईनामी रियाज नाइकू गत मंगलवार रात को अपने पैतृक गांव बेगीपोरा आया हुआ था, सुरक्षाबलों को यह बात पता चल गई और उन्होंने उसे घेर लिया। उसके साथ 2 से 3 और आतंकवादी भी थे। उसके साथ उसका साथ आदिल भी मारा गया है। वहीं अवंतीपोरा से 12 किलोमीटर दूर शारशाली में चल रही दूसरी मुठभेड़ में भी सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। वहां के स्थानीय लोग जबरदस्त पत्थरबाजी कर रहे हैं।

इस एनकाउंटर के बाद पूरे कश्मीर में एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बीएसएनएल के अलावा बाकी सभी फोन नेटवर्क भी बंद कर दिए गए हैं। मंगलवार रात को इंटेलिजेंस का पुख्ता इनपुट था। इसके बाद इलाके के आसपास कई सारे खेत, रेलवे ट्रैक की खुदाई की गई कि कहीं कोई सुरंग या जमीन के भीतर आंतकी ठिकाना न हो। बुधवार सुबह आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी। नायकू पहले घर की छत पर बने एक ठिकाने में छिपा हुआ था। फिर वह सुरक्षा बलों पर फायर करते हुए नीचे उतरा। उसका मारा जाना सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी है। कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियान पर इसका अच्छा खासा असर पड़ेगा।
रियाज नायकू कश्मीर में सबसे ज्यादा समय तक सक्रिय रहने वाला आतंकी था। वह हिजबुल मुजाहिद्दीन के लिए काम करता था। उसे मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की A++ कैटेगरी में रखा गया था। उस पर 12 लाख रुपए का इनाम भी था। वह कई पुलिसकर्मियों की किडनैपिंग और उनके मर्डर में शामिल था। 35 साल का नायकू मैथ्स टीचर था। वह कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला था। 2010 में कश्मीर में जारी उपद्रव के दौरान वह आतंकी बना था। यह उपद्रव टियरगैस शेल लगने से एक बच्चे तुफैल मट्‌टू की मौत के बाद शुरू हुआ था। महीनों तक कश्मीर में पत्थरबाजी होती रही और कर्फ्यू लगा रहा।

आतंकियों के जनाजे में गन सैल्यूट देने वाला रियाज नायकू एनकाउंटर में मारा गया।

2016 में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद यासिन इत्तू उर्फ मेहमूद गजनवी हिजबुल कमांडर बना था। अगस्त 2017 में 18 घंटे चले एक एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने शोपियां में इत्तू को मार गिराया था। इसके बाद रियाज इसका कमांडर बना। नायकू मोहम्मद बिन कासिम कोड नेम से काम कर रहा था। वह बुरहान वानी का करीबी था। 2017 में वह घाटी के 12 टॉप आतंकियों की लिस्ट में शामिल था। 2018 में सेना की हिट लिस्ट में शामिल 17 आतंकियों में भी नायकू का नाम था।

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