New Delhi : कोरोना आपदा और लॉकडाउन के बाद संभावित आर्थिक मंदी को देखते हुए तमाम कंपनियों से नौकरी जाने का खतरा पैदा हो गया है। आर्थिक नुकसान और बिजनेस मंद पड़ने के बाद नौकरी से निकालने का आम चलन भी रहा है। लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर आई है। एक ऐसी कंपनी भी है जिसने मौजूदा वित्तीय वर्ष में 40,000 नई नौकरियां देने का फैसला किया है। कंपनी ने अपने मौजूदा लाखों कर्मचारियों में से किसी को नौकरी से नहीं निकालने का फैसला किया है।
टाटा कंस्लटेंसी सर्विस (TCS) ने इस साल लगभग 40,000 नई नौकरियां देना का निर्णय लिया है। कंपनी के एचआर प्रमुख मिलिंद लक्कड ने कहा – हम सभी 40,000 फ्रेश ग्रेजुएट्स को इस साल भर्ती के लिए ऑफर लेटर्स भी दे चुके हैं। लॉकडाउन के बाद उनके लिए कोई खतरा नहीं है। कंपनी आने वाले समय में सभी को नौकरी में रखेगी।
देश में सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में से एक टाटा कंस्लटेंसी सर्विस (TCS) ने घोषणा की है कि मौजूदा 4.5 लाख इंप्लाइज में से किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी। कंपनी ने कहा है कि अगर आर्थिक और वैश्विक मंदी आती भी है तो इसका हमारे कर्मचारियों की नौकरी पर कोई आंच नहीं आएगी। कंपनी ने साफ किया है कि इस साल सैलरी में बढ़ोतरी नहीं हो पाएगी।
विश्व बैंक और आईएमएफ तक ने अपने रिपोर्ट्स के आधार पर कहा है कि कोरोना आपदा और लॉकडाउन की वजह से दुनियाभर में वैश्विक मंदी आने वाली है। ये मंदी 2008 में आए मंदी से भी ज्यादा खतरनाक होने वाली है जिसमें लाखों लोगों की नौकरियां जा सकती है। ऐसे में TCS का फैसला वास्तव में देश के लिये बहुत बड़ी राहत है।