New Delhi : हिन्दू धर्म के सर्वशक्तिशाली देवताओं में एकमात्र हनुमानजी की कृपा जिस पर बरसना शुरू होती है, उसका कोई बाल भीबांका नहीं कर सकता। दस दिशाओं और चारों युग में उनका प्रताप है।
इसीलिए कहा गया है कि… ‘चारों जुग परताप तुम्हारा, है परसिद्ध जगत उजियारा।‘
जो कोई भी व्यक्ति उनसे जुड़ा समझो उसका संकट कटा। प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ना चाहिए। प्रति मंगलवार का व्रत करने से औरप्रतिदिन हनुमान–पाठ, मंत्र जप, हनुमान चालीसा तथा बजरंग बाण का पाठ करने से त्वरित फल प्राप्त होता है।
हनुमानजी इस कलियुग में सबसे ज्यादा जाग्रत और साक्षात हैं। कलियुग में हनुमानजी की भक्ति ही लोगों को दुख और संकट से बचानेमें सक्षम हैं। बहुत से लोग किसी बाबा, गुरु, अन्य देवी–देवता, ज्योतिष और तांत्रिकों के चक्कर में भटकते रहते हैं, क्योंकि वे हनुमानजीकी भक्ति–शक्ति को नहीं पहचानते। ऐसे भटके हुए लोगों का राम ही भला करे।
हनुमानजी की भक्ति और हनुमान चालीसा पढ़ने से व्यक्ति के जीवन की सभी तरह की बाधाओं का निराकरण होता है।
यह है वह सरल चौपाई जिसमें आपकी किस्मत बदलने की पूरी शक्ति है। निरंतर जपें कि हे बजरंगबली, आप रक्षक है तो हमें क्योंडरना चाहिए?
‘सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना।‘
अर्थ– जो भी आपकी शरण में आते हैं, उस सभी को आनन्द प्राप्त होता है और जब आप रक्षक है, तो फिर किसी से क्यों डरें?