New Delhi : लद्दाख में सीमा पर चीन से तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी अचानक लेह पहुंचे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां अग्रिम पोस्ट पर जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढाया। पीएम मोदी लेह पहुंचे तो सैनिकों का जोश सातवें आसमान पर जा पहुंचा। पीएम मोदी को अपने बीच पाकर उत्साहित जवानों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। जवानों के जोशीले नारों ने यहां की ठंडी हवाओं में गर्माहट भर दिया।
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi among soldiers after addressing them in Nimmoo, Ladakh. pic.twitter.com/0rC7QraWTU
— ANI (@ANI) July 3, 2020
पीएम थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मिले। उन्हें अधिकारियों ने ताजा हालात और तैयारियों की जानकारी दी है। पीएम के साथ सीडीएस बिपिन रावत और थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे भी हैं। पीएम ने सीमा पर पहुंचकर सैनिकों में जोश भरने के साथ चीन को सख्त सदेंश दे दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 8.30 बजे अचानक लद्दाख के नीमू पहुंच गए। गलवान घटना के 18 दिन बाद मोदी पहली बार लेह-लद्दाख का दौरा कर रहे हैं। पहले से दौरे की जानकारी नहीं थी, लेकिन आज अचानक मोदी के लद्दाख पहुंचने की खबर आई। मोदी ने नीमू में 11 हजार फीट ऊंची फॉरवर्ड लोकेशन पर आर्मी, एयरफोर्स और आईटीबीपी के जवानों से बात की। मोदी ने जवानों से बातचीत का फोटो इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया है।
जानकारों की राय में प्रधानमंत्री मोदी लेह पहुंचे हैं, इसका बहुत अच्छा असर सिर्फ सेना के ही नहीं, बल्कि पूरे देश के मोटिवेशन पर होगा। इसका सकारात्मक पक्ष ये है कि नेता जब खुद स्पॉट या फ्रंटलाइन पर जाता है तो वो पर्सनली सिचुएशन को रिव्यू करते हैं। वरना उन्हें लेयर बाय लेयर से गुजरने के बाद ब्रीफिंग से स्थिति का पता चलता है। जिसमें टाइम गैप बहुत हो जाता है, एनालिसिस करने और वैल्यू एड होने के बाद उन्हें जानकारी मिलती है। ऑन स्पाट असेसमेंट का अलग असर होता है, इसमें वो सीधे उन लोगों से समझते हैं जो उससे जुड़े हैं और स्थिति का सामना कर रहे हैं।
बहरहाल एलएसी पर दोनों ओर से बड़ी संख्या में सैनिक और बड़े-बड़े हथियार तैनात हो चुके हैं। इससे पहले खबर थी कि शुक्रवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सीडीएस बिपिन रावत के साथ लेह जाएंगे और 14 कॉर्प्स के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। लेकिन गुरुवार को अचानक खबर आई कि राजनाथ सिंह का दौरा स्थगित कर दिया गया है, कारणों को लेकर अटकलें चल रही थीं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी के जाने के फैसले की वजह से राजनाथ सिंह का दौरा टल गया।