New Delhi : लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल को लेकर चीन से जारी विवाद के बीच भारतीय सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा- लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर हालात थोड़े नाजुक और गंभीर हैं। हमने एहतियातन जवान तैनात किये हैं, ताकि अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर सकें। हमारे जवानों का मनोबल ऊंचा है, वे हर चुनौती से निपटने के लिये तैयार हैं। सेना प्रमुख दो दिनों से लेह के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा- मैंने अफसरों से बात कर अपनी तैयारियों का जायजा लिया। हमारे अफसर और जवान दुनिया में सबसे बेहतरीन हैं। वे देश का गौरव बढ़ाने के लिये तैयार हैं।
#WATCH: Army Chief says to ANI, "They (the jawans) are highly motivated. Their morale is high and they are fully prepared to deal with any situation that may arise. Our officers and men are the finest in the world and will make not only the Army but also the nation proud." pic.twitter.com/EFMZ3j77VO
— ANI (@ANI) September 4, 2020
उन्होंने कहा- चीन से लगातार मिलिट्री और डिप्लोमेटिक स्तर पर बातचीत हो रही है, यह आगे भी जारी रहेगी। हमें यकीन है कि बातचीत के जरिये समाधान निकल जायेगा। हमारे जवान दुनिया में बेहतरीन हैं। उन पर पूरे देश को गर्व है। सबका हौसला हाई है। एलएसी पर मई की शुरुआत से जारी भारत-चीन के बीच सीमा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन लगातार सीमा पर उकसावेपूर्ण कार्रवाई कर रहा है। हालांकि, भारतीय जवान उसकी हर हरकत को विफल करते हुये जवाब दे रहे हैं। हाल ही में चीन ने एक बार फिर घुसपैठ की कोशिश की थी जिसका भारतीय सेना ने जवाब दिया था।
जनरल नरवणे ने बताया – हम चीन के साथ मिलिट्री और डिप्लोमेटिक लेवल पर लगातार बातचीत कर रहे हैं। हमें भरोसा है कि बातचीत से विवाद सुलझा लेंगे। यह तय करेंगे कि एलएसी पर यथास्थिति बनी रहे। उल्लेखनीय है कि पैंगॉन्ग झील के दक्षिण छोर पर स्थित एक पहाड़ी पर चीन ने कब्जे की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय जवानों ने नाकाम कर दी। उसके बाद 31 अगस्त को चीन ने उकसावे की कार्रवाई की और 1 सितंबर को फिर से घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन चीन हर बार नाकाम रहा। इस बीच भारतीय सेना ने विवादित इलाके में कब्जा करते हुए अपना दबदबा बना लिया।