New Delhi : भारतीय सेना ने आज उनको स्पेशल सलामी दी है जो कभी जवानों का साथ नहीं छोड़ते। चाहे परिस्थिति कैसी भी हो। रास्ते कैसे भी हों। रसद पहुंचाने से लेकर हर काम करते हैं। रसद तो ऐसी ऐसी जगह पहुंचाते हैं जहां बड़े से बड़े उत्कृष्ट वाहन जा ही नहीं सकते। लेकिन हमारे वहां भी अपनी देश की सीमाओं की रक्षा के लिये जाते हैं। मुश्किल से मुश्किल और दुरूह रास्तों को भी ये आसान बना देते हैं। जवानों की जरूरत की सारी चीजें ढोते हैं और मुश्किल हालात में जवानों के जीवन को आसान बना देते हैं। और भारतीय जवान भी उन्हें उचित सम्मान और प्यार देते हैं।
Animals & Muleteers form a critical component of logistics support to many forward border posts in high altitude & jungle terrain.
To honour their #valour, #courage and #sacrifices 26 September is celebrated as “Animal Transport Remembrance Day”.#IndianArmy#NationFirst pic.twitter.com/cMFSJjDru3
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) September 26, 2020
General MM Naravane #COAS and all ranks of #IndianArmy convey best wishes to all personnel of The Military Engineer Services #MES on 98th #MES Day. #IndianArmy pic.twitter.com/fCDdnV7q0F
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) September 26, 2020
जी हां, आपने सही पहचाना। हम बात कर रहे हैं खच्चरों और गधों की जो मुश्किल और दुरुह जमीनी हालात में सेना के जवानों के लिये मददगार साबित होते हैं। अभी जब चीन के साथ हालात मुश्किल होते जा रहे हैं तो इनका महत्व और बढ़ता जा रहा है। भारतीय सेना इनको सम्मान देने के लिये विशेष दिन का आयोजन करती है। आज इस मौके पर इंडियन आर्मी के ऑफिशियल अकाउंट से ट्वीट किया गया – जानवरों और म्यूएलर्स उच्च ऊंचाई और जंगल इलाके में कई आगे सीमा चौकियों के लिये रसद पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण घटक बनाते हैं। उनके साहस का सम्मान करने के लिए 26 सितंबर को “पशु परिवहन स्मरण दिवस” के रूप में मनाया जाता है। भारतीय सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने 98वें मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज डे की मुबारकबाद दी है।
अग्नि सी धधक, उबाल रख रक्त में
शत्रु दमन कर उसे गिरा गर्त में।वीर बन शक्ति रख, हो सदा विजयी,
आग बन राख कर, हो सदा विजयी।#SaturdayThoughts pic.twitter.com/bexDc0UOkW— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) September 25, 2020
बता दें कि एलएसी पर अब भी माहौल शांतिपूर्ण नहीं हुये हैं। चीन बार बार अपने वादे से मुकर जा रहा है। कई जगहों पर तनाव बरकरार है। भारतीय सेना के जवाने भी एलएसी पर दृढ़ता के साथ डटे हुये हैं। भारतीय सेना युद्धाभ्यास भी कर रही है।