सोमवार को शुरू हो रहे नौसेना के 'मालाबार' युद्धाभ्यास में भारत का विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य, जापान का सबसे बड़ा जंगी जहाज जेएस इजुमो और अमेरिका का सुपर कैरियर निमित्ज हिस्सा लेगा।
हिंद महासागर में चीनी गतिविधियों के बढ़ने के बीच यह अभ्यास होगा। बंगाल की खाड़ी में एक सप्ताह से अधिक समय तक चलने वाले अभ्यास में इन तीन देशों के कई अन्य प्रमुख जहाजों, पनडुब्बियां और लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे। यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब सिक्किम में भारत और चीन की सेनाओं के बीच तानातानी का माहौल है।
चीन ने मालाबार अभ्यास पर नजर रखने के लिए एक निगरानी जहाज तैनात किया है जबकि भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी युद्ध पोतों की तैनाती की बढ़ती संख्या का पता लगाया। चीन ने कहा कि उसे उम्मीद है कि ये युद्धाभ्यास किसी 'तीसरे देश' को लक्ष्य करके नहीं किया जाएगा। यह क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए होगी।
भारत और अमेरिका साल 1992 के बाद से नियमित रूप से वार्षिक अभ्यास कर रहे हैं लेकिन जापान को 2014 के बाद से शामिल किया गया है। ऑस्ट्रेलिया को चीन की नाराजगी मोल न लेने के चलते अभ्यास में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई। इसे अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास बताया जा रहा है। यह अभ्यास हिंद महासागर के साथ-साथ विवादित दक्षिण चीन सागर में होगा जिस पर चीन अपना दावा जता रहा है।