New Delhi : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि बांग्लादेश से सभी कौम के लोग आये हैं। वे लगातार चुनावों में वोटडाल रहे हैं। वे CM और PM चुन रहे हैं। ऐसे सभी बांग्लादेश से आये लोग भी भारतीय नागरिक हैं और उन्हें नए सिरे से नागरिकता केलिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
ममता ने कहा कि दिल्ली में सामूहिक नरसंहार हुआ है। 46 लोग मर गये लेकिन सरकार ने इसको रोकने के लिये कुछ नहीं किया।वेसमझते हैं कि बंगाल में भी इस तरह का प्रयोग कर लेंगे लेकिन मैं उन्हें चेतावनी देना चाहती हूँ कि बंगाल को दिल्ली समझने की भूल नकरें। पश्चिम बंगाल को दूसरी दिल्ली में बदलने की अनुमति नहीं दी जायेगी।
एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा–
“जो लोग बांग्लादेश से आए हैं, वे भारत के नागरिक हैं … उन्हें नागरिकता मिली है। आपको फिर से नागरिकता के लिए आवेदन करनेकी आवश्यकता नहीं है। आप चुनावों में वोट डाल रहे हैं, PM और CM का चुनाव कर रहे हैं … अब वे कह रहे हैं आप नागरिक नहीं हैं … उन्हें विश्वास मत करो।“
उन्होंने यह भी कहा कि वह “एक भी व्यक्ति” को बंगाल से बाहर नहीं जाने देंगी। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में रहनेवाला कोई भी शरणार्थी नागरिकता से वंचित नहीं रहेगा।
दिल्ली हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए, टीएमसी बॉस ने कहा, “यह मत भूलो कि बंगाल है। दिल्ली में जो हुआ वहयहां कभी नहीं होने दिया जाएगा। हम नहीं चाहते कि बंगाल दूसरे दिल्ली या किसी और क्षेत्र में बदले। “
भाजपा अक्सर ममता बनर्जी पर “मुस्लिम तुष्टिकरण” और अल्पसंख्यक समुदाय के हितों के लिए “वोट की राजनीति” करने का आरोपलगाती रही है।