New Delhi : भारत के बाद अमेरिका ने भी चाइनीज ऐप टिकटॉक को बैन कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस पर बैन के आदेश पर साइन कर दिये। अभी आदेश पर साइन तो हो गया है लेकिन यह आदेश 45 दिन बाद से प्रभावी होगी। ट्रम्प ने कहा है – चाइनीज ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और इकोनॉमी के लिये खतरा बने हुये हैं। इस वक्त खासतौर से टिकटॉक पर कार्रवाई को लेकर आदेश जारी किया गया है।
US President Donald Trump signs an executive order to address the 'threat' of TikTok https://t.co/YzESEOkJce
— BBC Breaking News (@BBCBreaking) August 7, 2020
ट्रंप ने कहा- टिकटॉक ऑटोमैटिकली यूजर की जानकारी हासिल कर लेता है। इससे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को अमेरिका के लोगों की जिंदगी में तांक-झांक करने का मौका मिल जाता है। इसके जरिये चीन अमेरिकी कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स की लोकेशन ट्रैक कर सकता है, बिजनेस से जुड़ी जासूसी कर सकता है और पर्सनल इन्फॉर्मेशन के आधार पर ब्लैकमेल भी कर सकता है।
अमेरिका से पहले भारत भी 59 चाइनीज ऐप के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है। जून के आखिर में भारत ने टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप बैन कर दिये थे। उसके बाद दूसरे फेज में चीन के 47 और ऐप्स पर रोक लगा दी थी।
BREAKING: President Trump broadly prohibits unspecified "transactions" with Chinese owners of TikTok and WeChat via executive order. https://t.co/WKNFQxR9yl
— The Associated Press (@AP) August 7, 2020
इधर रक्षा मंत्रालय ने चीनी घुसपैठ की रिपोर्टस मीडिया में आने के बाद मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड सरकारी रिपोर्ट को हटा दिया गया है। मंत्रालय हर महीने की गतिविधियों को लेकर एक ब्योरा जारी करता है। जून महीने की प्रमुख गतिविधियों को लेकर चार अगस्त को मंत्रालय की वेबसाइट पर यह रिपोर्ट अपलोड की गई थी। इसमें एलएसी पर चीन की आक्रामकता के शीर्षक से एक अध्याय शामिल था।
इस दस्तावेज को सामाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट भी किया था। इसमें माना था कि चीनी सेना ने लद्दाख में कई क्षेत्रों में घुसपैठ की थी। 17-18 मई को चीन की तरफ से कुंगरांग नाला, गोगरा और पेंगोंग त्सो के उत्तरी हिस्से में घुसपैठ की गई। रिपोर्ट में गलवान घाटी और सैन्य वार्ताओं का भी जिक्र था। इसमें गतिरोध के जारी रहने की आशंका व्यक्त की गई थी।
Forget standing up to China, India’s PM lacks the courage even to name them.
Denying China is in our territory and removing documents from websites won’t change the facts.https://t.co/oQuxn77FRs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 6, 2020
इस बीच गुरुवार को इस दस्तावेज के हवाले से मीडिया के एक हिस्से में खबर प्रकाशित होने के बाद रक्षा मंत्रालय ने तुरंत रिपोर्ट को वेबसाइट से हटा दिया। इसके पीछे कुछ अन्य कारण बताये गये हैं। मंत्रालय मामले की आंतरिक जांच भी कर रहा है। इस मसले पर राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को घेरा है। राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक खबर साझा की है। इस खबर में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट से चीन के अतिक्रमण की बात कबूलने वाली रिपोर्ट को वेबसाइट से हटा दिया है। इस दस्तावेज को रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया था। इसमें कहा गया था कि लद्दाख के कई इलाकों में चीनी सेना के अतिक्रमण की घटनाएं बढ़ी हैं।