492 साल बाद रामलला चाँदी के सिंहासन पर विराजे, मंदिर निर्माण के लिये 11 लाख दिये CM Yogi ने

New Delhi : चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के दिन श्री रामलला, उनके भाइयों और भक्त हनुमान को बुधवार तड़के करीब 3 बजे नएअस्थाई मंदिर में स्थापित किया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath श्रीराम जन्मभूमि स्थित मानस भवन में मौजूदरहे। उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए दान में 11 लाख रुपए का चेक भी दिया। इससे पहले मंगलवार को मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने भगवानसे नए स्थान पर विराजने की प्रार्थना की और सालों से चली रही रस्म को पूरा करते हुए नए अस्थाई मंदिर का वास्तु पूजन किया।रात 2 से तड़के 3 बजे तक टेंट में स्थित गर्भगृह में श्रीरामलला की अंतिम बार आरती, भोग और श्रृंगार किया गया। 1528 के बाद पहलीबार श्रीरामलला चांदी के सिंहासन पर विराजमान हुए।

11 लाख का चेक सौंपते हुए

श्रीरामलला को उनके भाइयों हनुमानजी समेत अलगअलग पालकियों में बिठाकर ले जाया गया। प्रस्थान से लेकर प्रतिस्थापित होनेके दौरान स्वस्ति वाचन हुआ। इस दौरान पहले उनका श्रृंगार हुआ। उसके बाद अभिषेक और आरती हुई। यह कार्यक्रम सुबह 7 बजे तकचला। इसके बाद श्रीरामलला के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने विशेष आरती की।

पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि विक्रम संवत 2077 की शुरूआत चैत्र नवरात्रि के प्रतिपदा से श्रीरामलला के विराजमान होने से देश मेंसुखसमृद्धि और शांति आएगी। इस बीच, ट्रस्ट के सदस्य विमलेंद्र मोहन मिश्र ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन कीतिथि तय करने के लिए 4 अप्रैल को अयोध्या में प्रस्तावित बैठक के आयोजन पर संशय है। भूमि पूजन के लिए ट्रस्ट के पास कई शुभमूहूर्त की तिथियां हैं, जिनमें एक तिथि 30 अप्रैल भी है। लेकिन, कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकना हमारा पहला कर्तव्य है।

रामलला विराजमान

अयोध्या में विराजमान रामलला के अकाउंट में 2.81 करोड़ रुपए नकद और 8.75 करोड़ रुपए की एफडी जमा है। इसके अलावा 230 ग्राम सोना, 5019 ग्राम चांदी 1531 ग्राम अन्य धातुएं हैं। उनका नया अस्थाई मंदिर कुटी की तरह तैयार किया गया है, जिसे जर्मनपाइन लकड़ी कांच से बनाया गया है। इसका प्लेटफार्म संगमरमर से तैयार किया गया है।

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