New Delhi : कश्मीर को लेकर जारी भारत-पाकिस्तान के बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने एक घटिया बयान जारी कर अपने आपको पर्मानेन्ट विलेन की कैटेगरी में डाल लिया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक बयान देकर हाल ही में सुर्खियों में आ गये थे। अफरीदी अब एक वीडियो में यह कहते हुए नजर आ रहे हैं – मैं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से ये मांग करता हूं कि जब अगली बार पाकिस्तान सुपर लीग का आयोजन किया जाये तो उसमें एक टीम कश्मीर की भी शामिल की जाये और मैं अपने क्रिकेट के आखिरी साल में उस टीम की कप्तानी करना चाहूंगा।
#Pakistani former captain @SAfridiOfficial visits #Bagh Azad #Kashmir requested #Pakistan Cricket Board to enter the team of #Kashmir in next season of Pakistan super league, #ShahidAfridi wished to play his last #PSL as Captain of #Kashmir team.@DennisCricket_@GautamGambhir pic.twitter.com/rmCPFrsx5w
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) May 16, 2020
उन्होंने कहा- पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से मैं ये आग्रह करूंगा कि इस लीग की अगली फ्रेंचाइजी कश्मीर की ही हो। इस साल पाकिस्तान सुपर लीग में मुल्तान-सुल्तान टीम का हिस्सा रहे अफरीदी ने कहा कि वो प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिये भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यहां एक क्रिकेट स्टेडियम और एक क्रिकेट अकादमी भी होनी चाहिए। अफरीदी ने कहा कि मैंने सुना है कि यहां पर 125 क्लब हैं और ऐसे में एक टूर्नामेंट का आयोजन किया जा सकता है।
Mohammed Shahid Afridi @SAfridiOfficial abusing Our Army & PM Modi.
This video is for those urban naxals who say sports is beyond boundaries & want to build hospitals there.
Pakistan is a terrorist nation & will remain to be so.
Shame on Paki’s . pic.twitter.com/v19rVs5Nqz— Ashoke Pandit (@ashokepandit) May 16, 2020
हाल ही में शाहिद अफरीदी ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करके आफत अपने नाम ले ली थी। उनके इस बयान के बाद क्रिकेटर गौतम गंभीर, हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना, शिखर धवन आदि क्रिकेटरों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। शाहिद अफरीदी ने यह बयान पीओके में जाकर दिया था। उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ कहा था कि वो मजहबी बीमारी से पीड़ित हैं। कोरोना से बड़ी बीमारी मोदी के दिल और दिमाग में है और वो बीमारी मजहब की बीमारी है। वो उस बीमारी को लेकर सियासत कर रहे हैं। हमारे कश्मीरी भाई-बहनों और बुजुर्गों पर जुल्म कर रहे हैं। उन्हें इसका जवाब देना होगा।