New Delhi : अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिये पांच अगस्त को भूमि पूजन में शामिल होने के लिये भाजपा के वरिष्ठतम नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को भी आमंत्रित किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रेस्ट के प्रकाश कुमार गुप्ता ने उन खबरों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि आडवाणी और जोशी को इस भूमि पूजन में आमंत्रित नहीं किया गया है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी गुप्ता के हवाले से कहा है कि मंदिर आंदोलन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण लोगों को निमंत्रण भेजा गया है।
Gupta said such reports were aimed at creating controversy, adding that an invitation had been sent to all eminent persons associated with the #RamTemple movement.
He said Advani and Joshi have been invited telephonically, too. pic.twitter.com/cAt4LIlzkj
— IANS Tweets (@ians_india) August 2, 2020
गुप्ता ने कहा- इस तरह की कंट्रोवर्सी बेवजह क्रिएट की जा रही है। राम मंदिर आंदोलन से जुड़े सभी लोगों को आमंत्रित किया गया है। आडवाणी और जोशी जी को भी पहले मेल से और फिर टेलीफोन के जरिये भूमि पूजन में शामिल होने का न्यौता दिया गया है। कोरोना की वजह से डाक समय से पहुंच पाता इसको लेकर संशय था इसलिये ई-मेल से निमंत्रण भेजा गया। हालांकि जब समाचार एजेंसी आईएएनएस ने इस संदर्भ में लालकृष्ण आडवाणी जी के आवास पर बात की तो वहां से कन्फर्म हुआ कि अभी तक आडवाणी ने कोई प्रोग्राम नहीं बनाया है। एजेंसी का फोन जिस व्यक्ति ने उठाया उसने इन्वीटेशन को लेकर कोई कन्फर्मेशन नहीं दी।
मुरली मनोहर जोशी के करीबी ने इस विषय पर कहा कि शनिवार तक जोशी जी को मंदिर के भूमि पूजन में शामिल होने का कोई न्यौता नहीं मिला था। ऐसा संभव है कि शायद संडे को कॉल आया हो। वैसे कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों और कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से दोनों वरिष्ठ नेता घर पर ही वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिये मंदिर के भूमि पूजन में शामिल होंगे।
Jai Shri Ram
తమిళనాడు, శ్రీరంగం నుండి అయోధ్యకు పంపుతున్న బంగారు ఇటుక మరియు రంగనాథుని హస్తముద్ర
Golden brick and Hastha mudras of Lord Ranganatha being sent from @TempleSrirangam to Ayodhya for Bhoomi Puja Ceremony Ram Mandir #Ayodhya@TempleSrirangam Temple, @Ayodharammandir pic.twitter.com/QSdAlZX0oG— Sai Chand Gunisetti (@rathanchandu) August 1, 2020
इधर देशभर के करीब आठ हजार पवित्र स्थलों से मिट्टी, जल और रजकण का उपयोग किया जायेगा। सामाजिक समरसता का संदेश देने के लिए देशभर से मिट्टी एवं जल का संग्रह किया जा रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने न्यूज एजेन्सी भाषा से कहा- देशभर से अयोध्या पहुंचने वाली मिट्टी और जल का आंकड़ा अभी तक जोड़ा नहीं गया है लेकिन ऐसा अनुमान है कि सात-आठ हजार स्थानों से मिट्टी, जल एवं रजकण पूजन के लिये अयोध्या पहुंचेगा। दो दिन पहले तक करीब 3,000 स्थानों से मिट्टी और जल वहां पहुंच चुका है।