New Delhi : ये एक शानदार लीडर की निशानी है। और एक शानदार डाक्टर होने की भी। आखिर जब इन विषम परिस्थितियों में फैसले लेने में सबको परेशानी हो रही हो और आप बड़ा दिल दिखाते हुए एक शानदार फैसला करते हैं तो निश्चत है कि पूरी दुनिया में आपकी वाहवाही तो होगी ही।
हम बात कर रहे हैं आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर की। उन्होंने फैसला लिया है कि वे अपनी डॉक्टर की सेवाएं शुरू करेंगे। वे हर दिन एक शिफ्ट ड्यूटी करेंगे। समाचार एजेंसी एएफपी ने सोमवार को बताया – आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर कोरोना वायरस संकट के दौरान डाक्टरों मदद के लिए एक सप्ताह में एक शिफ्ट में काम करेंगे।
41 वर्षीय आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर पेशे से डॉक्टर रहे हैं और सक्रिय राजनीति में आने से पहले उन्होंने बतौर डाक्टर सात साल तक अपनी सेवाएं दी। सक्रिय राजनीति में आने के बाद 2013 में मेडिकल रजिस्टर से उनका नाम हटा दिया गया। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा – उन्होंने मार्च में एक डॉक्टर के रूप में फिर से पंजीकरण कराया है। देश के स्वास्थ्य सेवा के उन क्षेत्रों में बतौर एक्जक्यूटिव अपनी सेवाएं देनी शुरू की हैं, जिनकी विशेषज्ञता और अनुभव उनके पास है।
फिलहाल आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर फोन एनालिसिस के काम से जोड़े गये हैं। फोन एनालिसिस में ऐसे मरीजों से फोन पर बात करनी होती है जिनमें कोरोना के लक्षण होते हैं और फिर सही आकलन कर मरीजों को संभावित विशेषज्ञों के पास भेजते हैं, उन्हें चिकित्सा सुविधा मुहैया कराते हैं। इसके अलावा जो लोग वायरस के संपर्क में आ जाते हैं उनसे शुरू में संक्रमण का पता लगाने के लिये फोन एनालिसिस अपनी सेवा देता है।
सरकारी प्रवक्ता ने कहा – उनके परिवार के कई लोग और दोस्त स्वास्थ्य सेवा में काम कर रहे हैं। वह हर छोटे-बड़े तरीके से मदद करना चाहते हैं। वरदकर एक मेडिकल परिवार से आते हैं। उनके पिता भी एक डॉक्टर हैं जबकि उनकी मां नर्स का काम कर रही हैं। उनके साथी मैथ्यू बैरेट, दो बहनें और उनके पति भी स्वास्थ्य सेवा में काम करते हैं। पिछले महीने स्वास्थ्य मंत्री साइमन हैरिस ने कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए देश की संघर्षशील स्वास्थ्य सेवा के लिए एक भर्ती अभियान शुरू किया। आयरलैंड में 4,994 कोरोनावायरस मामले दर्ज किए गए हैं।