NEW DELHI : मकर संक्रांति पर्व के साथ ही खरमास का महीना खत्म हो चुका है. अब एक बार फिर से बिहार सहित पूरे देश में शुभ लगन शुरू हो चुका है. अब लोग अपने बेटे और बेटी की शादी मांगलिक दिनों में कर सकेंगे. पंचांग के अनुसार इस साल सरस्वती पूजा 14 फरवरी को है अर्थात वैलेंटाइन डे के दिन. स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले युवक जहां एक और विद्या की देवी की पूजा करेंगे तो वही अपने प्यार का इजहार भी कर पाएंगे. पंडितों की माने तो खरमास खत्म होते ही शादी विवाह का सीजन शुरू हो चुका है और जनवरी से लेकर अप्रैल महीने तक शादी विवाह का आयोजन हो सकेगा. जुलाई महीने में कोई मुहूर्त नहीं है
जनवरी के पहले 15 दिनों में सूर्य धनु राशि में रहा। इस कारण धनुर्मास होने से शादियों के लिए मुहूर्त नहीं थे, लेकिन 16 तारीख से शादियां शुरू हो रही हैं। 31 जनवरी तक 9 विवाह मुहूर्त रहेंगे।
फिर 12 मार्च तक शादियों के मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद 14 मार्च को सूर्य मीन राशि में आ जाएगा। इस कारण खर मास शुरू होगा जो 15 अप्रैल तक रहेगा। ज्योतिष के मुताबिक इस एक महीने में शुभ काम की मनाही होती है, इसलिए इन दिनों मुहूर्त नहीं होते हैं। इसके बाद अगला मुहूर्त 18 अप्रैल को रहेगा।
14 फरवरी 2024 को वसंत पंचमी है। इसे शादी के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है, लेकिन इस बार वसंत पंचमी पर अश्विनी नक्षत्र रहेगा। ज्योतिषियों के मुताबिक इस नक्षत्र में शादी नहीं की जाती है। इस कारण वसंत पंचमी पर विवाह मुहूर्त नहीं रहेगा।
10 मई 2024 को अक्षय तृतीया रहेगी। ये दिन भी शादियों के लिए बड़ा अबूझ मुहूर्त होता है। इस बार अक्षय तृतीया पर शुक्र ग्रह अस्त होने के कारण शादी का मुहूर्त नहीं होगा। इस तरह दो बड़े अबूझ मुहूर्त वाले दिनों में भी शादियां नहीं होंगी। मध्य प्रदेश और राजस्थान में इन दोनों दिनों में बड़ी संख्या में सामूहिक विवाह भी होते हैं।
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