नई दिल्ली 10 जनवरी 2024 : अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन को लेकर जहां हर ओर उत्सव का माहौल है. वहीं अयोध्या के राम मंदिर से संबंधित नई-नई कहानी रोज सामने आ रही है. इसी कड़ी में आज हम आपको अयोध्या के चौरसिया परिवार की कहानी बताने जा रहे हैं. यह परिवार खुद को सौभाग्यशाली मानता है और कहता है कि हमारे पूर्वजों के अच्छे कर्म का फल है कि पिछले 102 साल से हम रामलला को हर रोज पान खिला रहे हैं. आंधी तूफान हो या बरसात. कर्फ्यू हो या धारा 144, आज तक नियम नहीं टूटा है. भगवान राम को रोज 51 पान का भोग लगाया जाता है. इस काम के लिए हमें 5100 रुपए की सैलरी मिलती है.
जानकारी के अनुसार अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के पास रिंकू चौरसिया बनारसी पान भंडार नामक दुकान चलाते हैं. इनका दुकान दिखने में बहुत छोटा है. दुकान के ऊपर कोई साइन बोर्ड भी नहीं है. बावजूद इसके अयोध्या में रिंकू चौरसिया और उनके पान दुकान को सब कोई पहचानता है. कारण है अयोध्या के भगवान राम. रिंकू की दुकान से हर रोज रामलला को भोग लगाने के लिए पान लगाकर जाता है.
रिंकू कहते हैं कि मैं बचपन से ही अपने पिता को भगवान राम के लिए पान लगाते देखा है. पिताजी के अनुसार इस परंपरा का शुभारंभ साल 1920 में हमारी दादी रामप्यारी देवी द्वारा की गई थी. मेरे पिता का नाम अमरीश प्रसाद है. वर्तमान समय में अयोध्या के अंदर हमारा अपना तीन दुकान है.
रिंकू बताते हैं कि 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन है और उस दिन के लिए मुझे विशेष आर्डर दिया गया है. मंदिर प्रशासन द्वारा मुझे 551 पान गिलौरी बनाने का आर्डर मिला है. रिंकू यह भी कहता है कि पहले पिताजी के समय भगवान श्री राम को भोग लगाने के लिए बस 20 पान का आर्डर होता था लेकिन अब 51 पान लगाया जाता है. मंदिर तक पान ले जाने का काम मेरा छोटा भाई दीपक करता है. मंदिर प्रशासन द्वारा उसके लिए पास बना हुआ है.
साल 2013 में हमारे पिताजी का निधन हो गया और उसके बाद हम तीनों भाई पान का कारोबार देख रहे हैं और भगवान की सेवा में लगे हुए हैं. भगवान राम को हर रोज पान का भोग लगाया जाता है इसीलिए सुबह 7:00 से ही तैयारी शुरू हो जाती है. 50 पान बनाने में लगभग आधे घंटे का समय लगता है और आधे घंटे में पैकिंग कर लिया जाता है.