New Delhi: बिहार के लखीसराय का अशोक मंदिर एक बार फिर से चर्चा में है। गृहमंत्री अमित शाह यहां पूजा करने के लिए आ रहे हैं। बताया जाता है कि 7 अप्रैल 1977 को जब एक चरवाहा यहां गाय चरा रहा तो उसे यहां पर एक शिवलिंग मिला था। अशोक नाम के चरवाहे ने जमीन के नीचे इस विशालकाय शिवलिंग की खोज की थी।
In #Bihar, Union Home Minister @AmitShah will hold a public meeting at #GandhiMaidan in Lakhisarai at 2.30 pm. He will perform Puja at famous temple of Lord Shiva the Ashok Dham in Lakhisarai.
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— All India Radio News (@airnewsalerts) June 29, 2023
अशोक रोजाना यहां गाय चराने आता था। एक दिन जब वह वहां गिल्ली-डंडा खेल रहा था तो गिल्ली की तलाश करते हुए वह शिवलिंग तक पहुंचा। यह शिवलिंग धरती के अंदर था। बाद में जब शिवलिंग की जानकारी मिली तो यहां पर मंदिर का निर्माण करवाया गया।
#WATCH | Bihar: Union Home Minister Amit Shah reaches Patna.
Union HM is on a one-day visit to Bihar's Lakhisarai. He will visit Ashokdham Mandir and address a public meeting during his visit today. pic.twitter.com/6XoMTjInt1
— ANI (@ANI) June 29, 2023
बताया जाता है कि यह मंदिर 8वीं सदी में बनाया गया था। लेकिन 56 साल पहले ही इसकी खोज हुई थी। पाल वंश के छठे सम्राट नारायण पाल ने आठवीं शताब्दी में शिवलिंग की नियमित पूजा शुरू की थी। मान्यता है कि 12वीं शताब्दी में राजा इंद्रद्युम्न ने इस स्थान पर मंदिर का निर्माण करवाया था।
Union Home Minister Amit Shah will be on a one-day visit to Bihar's Lakhisarai today
He will visit Ashokdham Mandir and address a public meeting during his visit today.
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— ANI (@ANI) June 29, 2023
कहते हैं कि अशोक ने इस शिवलिंग की खोज की थी, इसलिए मंदिर का नाम अशोक धाम पड़ गया। दावा है कि मुगल काल में मंदिर को तोड़ दिया गया था। बाद में 7 अप्रैल 1977 को अशोक ने शिवलिंग की खोज की थी।