New Delhi: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में चल रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में देशभर की रामायण टीमों के अलावा कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकारों ने भी शिरकत की। पहली बार भारत आने को लेकर टीम उत्साहित नजर आई। प्रभु राम ने जिस धरती पर अपने वनवास काल का ज्यादातर समय बिताया, वहां प्रस्तुति देकर कलाकारों ने खुद को धन्य बताया।
राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के मौके पर बाली से आए दल की सदस्य ने बताया कि हमारे यहां बिल्कुल वैसे ही पूजा होती है जैसे भारत में होती है। हमारे यहां भी लोग मंदिर जाते हैं और हम सब भगवान राम के प्रति सच्ची श्रद्धा रखते हैं। श्रीयानी ने कहा कि लक्ष्मी जो विष्णु जी की पत्नी है, उनकी विशेष पूजा बाली द्वीप में होती है। इसी वजह से बहुत सारी लड़कियों के नाम श्री से हैं जैसे श्रीयानी या पदमा।
"राष्ट्रीय रामायण महोत्सव"
इंडोनेशिया से आई फीमेल आर्टिस्ट बनी राम: श्रीयानी बोलीं- राम की भूमि में आकर धन्य हूं, हम भी उन्हें वैसे ही पूजते हैं जैसे आप.https://t.co/xw8ZGYjbF0 @bhupeshbaghel@RaigarhDist #राष्ट्रीय_रामायण_महोत्सव#Ramayan_Mahotsav_CG@DainikBhaskar— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) June 3, 2023
रायगढ़ में आयोजित रामायण महोत्सव के दूसरे दिन इंडोनेशिया, बाली से आए कलाकारों ने प्रस्तुति दी। पहली बार भारत आई कलाकार श्रीयानी भगवान राम के स्वरूप में थीं। फीमेल आर्टिस्ट मंच पर मर्यादा पुरषोत्तम राम का किरदार निभा रहीं थीं। ये प्रस्तुति इंडोनेशियन गीतों से सजी थी। हर पल को संगीत और डांस के बैले फॉर्म में पेश किया गया।
#राष्ट्रीय_रामायण_महोत्सव के समापन कार्यक्रम में इंडोनेशिया के कलाकारों ने दी विशेष प्रस्तुति
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel व अन्य अतिथियों ने लिया आनंद#Ramayan_Mahotsav_CG #ChhattisgarhKeRam #HamarBhanchaRam #NationalRamayanFestival #CGRamayana #CGRamayan #Raigarh… pic.twitter.com/6Tb7NEFKlp
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बाली की कलाकार श्रीयानी और पद्मा ने अपने देश की संस्कृति के बारे में बताया। श्रीयानी ने बताया, उनके दल द्वारा मंचित की गई राम कथा केवल इंडोनेशिया में ही नहीं सुनाई जाती, इसका मंचन आसपास के देशों जैसे सिंगापुर आदि में भी होता है। श्रीयानी ने आगे कहा, वह पहली बार भारत आई हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगा। यह श्रीराम का देश है, यहां आकर मैं धन्य हो गई। मुझे बताया गया कि रामकथा में वर्णित अरण्यकांड का स्थल दंडकारण्य यहीं है। यह छत्तीसगढ़ ही है जहां मैं आई हूं। ये सोचकर ही मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। हम सब छत्तीसगढ़ में आकर अभिभूत हूं।