New Delhi : राजस्थान के कोटा ने शुक्रवार को देश में अपना झंडा गाड़ दिया है। कोटा सिटी ने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम NEET ऑल इंडिया का टॉपर दिया है। दरअसल, ऑल इंडिया टॉपर स्टूडेंट ओडिशा के शोएब आफताब ने कोटा में पढ़ाई की है। शोएब आफताब ने 720 में से 720 स्कोर किये हैं। शोएब अपने परिवार के पहले सदस्य हैं जो डॉक्टर की पढ़ाई करेंगे। शोएब ने बताया कि डॉक्टर बनना उसका सपना था, जो अब साकार होने जा रहा है। 2018 में वह कोचिंग के लिए कोटा आया था। और उसके बाद उसने अपनी पढ़ाई और तैयारी को प्राथमिकता देते हुये पिछले दो सालों में किसी समारोह में शामिल नहीं हुआ और न ही ईद मनाई।
National Testing Agency declares #NEET2020 results, Odisha's Soyeb Aftab secures AIR 1, with 99.99 percentile. pic.twitter.com/eF0yUx1AFz
— ANI (@ANI) October 16, 2020
There is no doctor in my family, so I didn't expect this. I had hoped to make it to top 100 or top 50 but I never expected to score 720/720. The exam was being postponed, so there was a lot of pressure. But the goal was to stay calm & utilise time: Soyeb Aftab, #NEET2020 topper pic.twitter.com/EmX5ZdvSni
— The Times Of India (@timesofindia) October 16, 2020
NEET Topper Shoyeb Aftab
Madrassa Rocks
Rss Barks
NEET Jihadi?#NEET2020RESULTS pic.twitter.com/x1OR183MXu— Syed The Huntor (@SyedZak34667747) October 16, 2020
आफताब ने कहा- मैं कोटा में अपनी माँ और छोटी बहन के साथ पीजी में रहता हूँ। इस साल 12 वीं में 95.8 प्रतिशत अंक हासिल हुआ। ऑल इंडिया 37 वीं रैंक और 10 वीं में 96.8 प्रतिशत अंक थे। मैंने यह सफलता शिक्षकों के मार्गदर्शन से ही प्राप्त की है। लॉकडाउन के लाभ के बारे में बात करते हुए, आफताब ने कहा कि मैं लॉकडाउन के दौरान नहीं रुका, मैंने अपनी कमजोरियों को दूर किया, मैं एनईईटी पाठ्यक्रम में कमजोर विषयों को बार-बार संशोधित करता रहा। इसने उन मुकाबलों का भी नेतृत्व किया, जो उन विषयों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित नहीं करते थे जो मजबूत थे। कोचिंग के दौरान, कक्षा ने दैनिक होमवर्क किया और तीनों विषयों को समान समय दिया। मैं एक शेड्यूल बनाकर हर दिन अध्ययन करता हूं, प्रत्येक विषय को अलग-अलग समय देता हूं। कोचिंग क्लासेस और साप्ताहिक परीक्षणों से बहुत मदद मिली।
शोएब ने बताया कि एक बार कोटा आने के बाद वह ढाई साल तक अपने घर नहीं गया। कई मामले ऐसे आए जब पिता ने कहा कि ‘घर आ जाओ’ लेकिन मैं नहीं गया। दीपावली और ईद की भी छुट्टी में मैं कोटा में रहा और अपनी शिक्षा को बाधित नहीं होने दिया। यहां तक कि लॉकडाउन में, जब हर कोई घर चला गया, मैं यहाँ रहा, इससे मेरी तैयारी और भी बेहतर हो गई। मैंने सब पर दोबारा गौर किया।
" I just followed what my teachers told me to," says #SoyebAftab, the humble 18-year-old boy from Odisha's Rourkela, who has scripted history by becoming the first-ever person to get a perfect score of 720/720 in #NEET. #NEET2020result @asnaniraajesh @CMO_Odisha @Naveen_Odisha pic.twitter.com/nRojmcCIoo
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) October 16, 2020
Shoyeb Aftab shares his success mantra with media at Jaipur during a presser 👇
"I didn't go to my home during the lockdown. I stayed back in Kota and concentrated on my preparation. The idea was to keep a calm and concentrate on studies"#NEET2020result #NEET pic.twitter.com/kYvSJRy5QD
— Tabeenah Anjum (@TabeenahAnjum) October 16, 2020
आपको कोटा से बेहतर सुविधा नहीं मिल सकती। मम्मी साथ रहती हैं इसलिए खाने-पीने की कोई समस्या नहीं थी। वैसे भी, बोर्ड परीक्षा के बाद, NEET के पूरे सिलेबस को संशोधित करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। इसलिए मैंने 5 महीने के लॉकडाउन का पूरा उपयोग किया।